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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस में 20 वर्षीय लड़की का कथित रेप एवं हत्या के मामले और पीड़िता के शव का आनन-फानन में अंतिम संस्कार किए जाने को लेकर राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की जमकर आलोचना हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब इस मामले में कमान खुद संभालते हुए राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों को हाथरस का दौरा करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शनिवार को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी हाथरस पहुंच गए हैं।

हाथरस में दलित महिला के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या के मामले को स्थानीय प्रशासन ने जिस तरह से संभाला उसे लेकर आलोचना हो रही है। इन आलोचनाओं के बीच उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक और अपर मुख्य सचिव गृह आज हाथरस के दौरे पर भेजे गये हैं। उच्च जाति के चार लोगों पर महिला के साथ हैवानियत करने का आरोप है। अवनीश अवस्थी और डीजीपी एचसी अवस्थी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर रहे हैं। घर में मौजूद परिवार वालों की बात सुन रहे हैं। दोनों अधिकारी परिवार की बातों को कागज पर लिख रहे हैं। परिवार अधिकारियों से सवाल कर रहा है जिसका अधिकारी जवाब दे रहे हैं।

यह दोनों अधिकारी हाथरस से लौटकर पूरी घटना की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देंगे।

कुछ दिन पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने हाथरस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए उच्च अधिकारियों को तलब किया है। जिन अधिकारियों को नोटिस भेजे गए हैं उनमें यूपी के डीजीपी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, हाथरस के डीएम और एसपी शामिल हैं। कोर्ट ने सभी अधिकारियों से 12 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा है। कोर्ट ने कहा कि हमारे समक्ष मामला आया जिसके बारे में हमने संज्ञान लिया है यह केस सार्वजनिक महत्व और सार्वजनिक हित का है क्योंकि इसमें राज्य के उच्च अधिकारियों पर आरोप शामिल है, जिसके परिणामस्वरूप न केवल मृतक पीड़ित बल्कि उसके परिवार के सदस्यों की भी मूल मानवीय और मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होता है।

 

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