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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार में स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री अनिल राजभर का कद बढ़ाते हुए पिछड़ा वर्ग कल्याण व दिव्यांगजन विभाग भी दे दिया है। यह विभाग अभी तक ओमप्रकाश राजभर के पास थे। भाजपा के निर्देश के बाद सीएम ने सोमवार को ही ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया था। साथ ही उनकी पार्टी के दूसरे नेताओं को निगमों व आयोगों से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। मंगलवार को सीएम गोरखपुर से लखनऊ लौटे और अनिल राजभर को उपरोक्त विभाग दिये जाने का प्रस्ताव राज्यपाल के पास भेज दिया।

राज्यपाल राम नाईक ने इसे मंजूर करते हुए अनिल राजभर को को उनके वर्तमान कार्यभार के साथ पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग जन विकास विभाग का अतिरिक्त कार्यभार आवंटित कर दिया। उनके पास सैनिक कल्याण, खाद्य प्रसंस्करण, होमगार्ड्स, प्रान्तीय रक्षक दल एवं नागरिक सुरक्षा विभाग पहले से ही है। भाजपा अब ओम प्रकाश राजभर से छुटकारा पाने के बाद इससे होने वाले संभावित नुकसान की भरपाई में जुट गई है।

अपनी पार्टी के अनिल राजभर को अब वह आगे बढ़ाना चाहती है। इसीलिए उन्हें वही विभाग दिये गये हैं जो अब तक सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर देख रहे थे। सूत्र बताते हैं कि भाजपा सरकार जब निकट भविष्य में मंत्रिमंडल का विस्तार करेगी तो अनिल राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाएगी, ताकि राजभर समुदाय में खासा संदेश दिया जा सके। यही नहीं सुभासपा नेताओं से खाली हुए हुए विभिन्न विभागों के पदों में इसी समुदाय के भाजपा नेताओं को बिठाने की तैयारी है।

माना जा रहा है कि अतिपिछड़ों को आगे बढ़ाने के और काम भी करेगी। आने वाले दिनों में अब ओम प्रकाश राजभर विपक्षी दलों के साथ जाकर भाजपा को पिछड़ो की उपेक्षा के सवाल पर घेर सकते हैं। इसकी काट के लिए भाजपा अभी से सतर्क है। चुनाव नतीजे आने के बाद आने वाले दिनों में ओम प्रकाश राजभर क्या करेंगे। इस पर भाजपा की निगाह रहेगी और इसी आधार पर वह अपनी आगे की रणनीति तैयार करेगी।

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