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गोरखपुर: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को गोरखपुर में पिछले दिनों मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मृत बच्चों के परिजन को पार्टी की तरफ से दो-दो लाख रुपये सहायता देने का एलान किया। अखिलेश ने बेलवार एवं बाघा गाढ़ा गांव जाकर मेडिकल कालेज में मरे तीन बच्चों के परिजन से मुलाकात कर उनके प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पूरी तरह से संवेदनहीन है। पूर्ववर्ती सपा सरकार ने मेडिकल कालेज अस्पताल में 500 बेड का एक अलग वार्ड बनाया था। उसे ठीक से शुरू किया गया होता तो इस दुखद घटना से बचा जा सकता था। सपा अध्यक्ष ने कहा कि अब भी वक्त है। मेडिकल कालेज में डाक्टर, नर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ आदि की जल्द से जल्द तैनाती की जाए। एम्स की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिये बजट अवमुक्त करे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा मेडिकल कॉलेज में पिछले चार दिनों के अंदर मरे बच्चों के परिजन को दो-दो लाख रुपये सहायता देगी। उन्होंने सरकार से मृतक बच्चों के परिजनों को 20-20 लाख रुपये मुआवजे के रूप में तुरंत देने की मांग की।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और पीड़ित परिवार को हर सम्भव मदद देनी चाहिए। पूर्व सीएम लखनऊ से चलकर 3:40 बजे खोराबार के तरकुलही गांव निवासी किशन गुप्ता के घर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित किशन की मां इसरावती देवी से मिलकर संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि इस दुख के समय में सपा उनके साथ है। वह और उनकी पार्टी हर सम्भव मदद करेगी। इसके अलावा पूर्व सीएम ने किशन की दोनों लड़कियों प्रतिमा और खुशी से भी मुलाकात की। यहां पर उन्होंने आधा घंटा का समय बिताया। यहां से पूर्व सीएम 4:50 बजे बेलीपार थाना क्षेत्र स्थित बाघागाड़ा निवासी संजय गोड़ के घर पहुंचे। संजय और उसके परिवारीजनों से मिले और ढांढस बंधाया। संजय के 13 वर्षीय बेटे आलोक की बीआरडी मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पूर्व सीएम ने अपने पार्टी फंड से आर्थिक मदद देने और सरकार से मांग करने का आश्वासन दिया। बाघागाड़ा निवासी ब्रह्मदेव यादव को रास्ते में ही उन्होंने अपनी गाड़ी में बैठा लिया था। ब्रह्मदेव यादव के जुड़वा बच्चों एक बेटा-एक बेटी की मेडिकल कालेज में मौत हो गई थी। बेटे ने 9 अगस्त की रात में और बेटी ने 10 अगस्त को दम तोड़ दिया। इस दौरान पूर्व मंत्री विनोद सिंह पंडित, सपा जिलाध्यक्ष प्रह्लाद यादव, विजय बहादुर यादव,महानगर अध्यक्ष जियाउल इस्लाम, जिला पंचायत अध्यक्ष गीतांजलि यादव, राजमती निषाद, डा. मोहसिन खां, अवधेश यादव, मनुरोजन यादव, रजनीश यादव, अमरेंद्र निषाद, रामभुआल निषाद, साधु यादव, रुपावती बेलदार, राघवेंद्र तिवारी उर्फ राजू, कालीशंकर, संजय, रामनाथ, मुन्नीलाल यादव, अखिलेश यादव, जितेंद्र यादव, बिंदा देवी, सुशीला भारती, उर्मिला देवी, आजम लारी, सिंहासन यादव, शहाब अंसारी, शकील अंसारी आदि उपस्थित थे।

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