ताज़ा खबरें
'दिल्ली हुई आप-दा मुक्त, विकास-विजन-विश्वास की जीत': पीएम मोदी
आप सत्ता से हुई बेदखल, बीजेपी ने 27 साल बाद जीता दिल्ली चुनाव
पूर्व सीएम केजरीवाल ने हार स्वीकारी, जीत के लिए बीजेपी को दी बधाई
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार पूरे विपक्ष के लिए झटका:योगेंद्र यादव
मिल्कीपुर उपचुनाव में बीजेपी ने 61,710 मतों से जीत का परचम लहराया

गोरखपुर: गोरखपुर के बीआरडी कॉलेज ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत की घटना पिछले तीन दिनों से सुर्खियों में बनी हुई है। बीआरडी हॉस्पिटल के इंसेफेलाइटिस वार्ड के प्रभारी पद से डॉ. कफील खान को हटा दिया गया है। यह कार्रवाई डीजीएमई डॉक्टर केके गुप्ता ने की है। एसआईसी डॉ. रमाशंकर शुक्ला ने बताया कि बालरोग विभाग के डॉ. भूपेन्द्र शर्मा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। डॉ. कफील दो साल पहले संविदा पर बालरोग विभाग में तैनात किए गए। छह महीने पहले वह आयोग से चयनित होकर दोबारा कॉलेज में आए। पूर्व प्राचार्य डॉ. राजीव मिश्र ने उन्हें इंसेफेलाइटिस वार्ड का नोडल अधिकारी बना दिया। ऑक्सीजन संकट के दौरान डॉ. कफील की भूमिका को सराहा भी गया। बीआरडी हॉस्पिटल हादसे के बाद रविवार को मुख्यमंत्री वहां के हाल जानने पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मासूमों की मौत की घटना में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाएगी जो नजीर बनेगी। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव के नेतृत्व में एक टीम इसकी जांच कर रही है। उसकी रिपोर्ट आते ही कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने एक बार फिर जोर देते हुए दोहराया कि मासूमों की मौत आक्सीजन की कमी से नहीं हुई।

इस घटना पर मीडिया में आईं खबरों पर नाखुशी जताते हुए उन्होंने मीडिया को सच बताने की सलाह भी दी। मासूमों की मौत के तीसरे दिन योगी केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के साथ रविवार को गोरखपुर आए। हवाईअड्डे से वह सीधे बीआरडी पहुंचे। योगी का आना अचानक हुआ। पहले केवल नड्डा को आना था। दोनों ने इंसेफेलाइटिस वार्ड में भर्ती बच्चों को देखा और तीमारदारों से हाल जाना। वार्ड में ही डॉक्टरों के साथ बैठक की और आवश्यक निर्देश दिए। इसके बाद योगी ने मीडिया से बातचीत में विस्तार से अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि गोरखपुर की इस घटना पर मीडिया में आई खबरों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चिंतित हैं। उन्होंने प्रदेश को हर मदद का भरोसा दिया है। सीएम ने कहा कि आक्सीजन की आपूर्ति के सम्बंध में मुख्य सचिव की टीम ने जांच शुरू कर दी है। डीएम से भी रिपोर्ट ली गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली से स्पेशल टीम आई है। इंसेफेलाइटिस के खात्मे के लिए हमने कई कार्यक्रम चलाए हैं। प्रदेश के 38 जिलों में 90 लाख से ज्यादा बच्चों को टीके लगवाए गए हैं। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के आरोपों पर कहा कि ऐसे समय में राजनीति नहीं करनी चाहिए। जब वह केंद्रीय मंत्री थे उन्होंने बीआरडी का मामला राज्य का बता कर हाथ खड़े कर दिए थे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख