गाजियाबाद: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि नोटबंदी ने गरीबों को परेशान कर दिया। काला धन लाने वाले नहीं बता रहे कि कितना धन आया है। चुनाव के बाद बसपा-भाजपा मिलकर सरकार बना सकते हैं। दोनों दलों ने जनता को परेशान किया है। इसलिए सपा को बहुमत से जीताइए, ताकि उनके पास कोई विकल्प न बचे। धौलाना से सपा प्रत्याशी धर्मेश तोमर के समर्थन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मसूरी में जनसभा को संबोधित किया। अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस और सपा का गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है। जबसे यह गठबंधन हुआ है, विपक्ष परेशान है। उन्होंने कहा कि मन की बात करने वालों से सावधान रहिए। मन बड़ा चंचल होता है। नोटबंदी ने गरीबों को लाइन में लगा दिया। सैकड़ों लोगों की जान चली गई। भाजपा ने सपा घोषणा पत्र की नकल की है। सपा सरकार 24 घंटे बिजली दे रही है और भाजपा अब 24 घंटे की बात कह रही है। बसपा पर हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि बसपा शासन में पैसों की लूट खसोट हुई। हाथी लगवा दिए गए। वहां तो बिना पैसे के टिकट भी नहीं मिलता है। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि ऐसे लोगों से बचना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया तो बसपा और भाजपा चुनाव बाद मिल सकते हैं।
जनसभा में एमएलसी आशु मलिक, एमएलसी राकेश यादव, हापुड़ के सपा जिला अध्यक्ष किशन सिंह तोमर, गाजियाबाद के जिला अध्यक्ष साजिद हुसैन, महानगर अध्यक्ष संजय यादव, पूर्व महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी, रविंद्र चौहान, इंद्रजीत सिंह टीटू, मोहम्मद अब्बास आदि मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के सामने इश्ते प्रधान, बासित प्रधान ने सपा की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री ने इन नेताओं का स्वागत किया और कहा कि जो लोग भटक गए हों, उनको भी पार्टी में शामिल कराइए। मुख्यमंत्री की सभा 11.40 पर होनी थी, लेकिन वह 12.44 बजे सभा स्थल पर पहुंचे। सीएम के आते ही कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे। मुख्यमंत्री यहां से बुलंदशहर के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री का भाषण खत्म होने ही वाला था कि गांव हाबल निवासी हाजी जब्बार सीएम से मिलने के लिए हंगामा करने लगे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें बुलवाया। जब्बार ने बताया कि पुलिस ने 2015 में उन्हें झूठे मामले में फंसा दिया। आरोप लगाया कि एसओजी के बिजेंद्र और अन्य ने मिलकर उसके पैसे छीन लिए। 4 फर्जी मुकदमे दर्ज करा दिए। कई बार एसएसपी से मिला, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि उनके साथ न्याय होगा।