ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं

वडोदरा: गुजरात के वडोदरा में बड़ी दुर्घटना हुई है। हरणी तालाब में नाव पलट गई। इस पर 23 छात्र और चार शिक्षक सवार थे। मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। इसमें 12 छात्र और दो शिक्षक शामिल हैं। अभी तक की जानकारी के मुताबिक, नाव में 23 छात्र और चार अध्यापक सवार थे। आठ लोगों को रेस्क्यू किया गया है। चार से पांच लोग अभी भी लापता हैं। मौके पर बचाव कार्य जारी है। नाव की क्षमता 14 लोगों की थी, लेकिन इसमें 27 से ज़्यादा लोगों को सवार किया गया था। तालाब का रख रखाव एक निजी कम्पनी के हाथ में है।

सभी विद्यार्थी वडोदरा के एक स्कूल के थे। बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। छात्र जो गंभीर रूप से घायल हुए हैं, उन्हें अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। 10 से ज्यादा एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच चुकी हैं। घटना की जानकारी मिलते ही वहां पर रेस्क्यू की टीम पहुंची।

सीएम भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट करते हुए कहा कि "वडोदरा के हरणी तालाब में बच्चों के डूबने की खबर बेहद दुखदायी है। मैं उन बच्चों की आत्मा की शांति के लिए कामना करता हूं, जिन्होंने अपनी जान खो दी।"

 

सीएम ने कहा, "इस दुख की घड़ी में मैं पीड़ित के परिवारों के दुख में शामिल हूं। भगवान उन्हें इस दुख को सहन करने की शक्ति दें। जो छात्र और शिक्षक नाव पर सवार थे, उनके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। प्रशासन को दुर्घटना के पीड़ितों को तत्काल राहत और उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया गया है।"

पीएम मोदी ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मैं वडोदरा की हरणी झील में नाव पलटने से हुई जनहानि से दुखी हूं। दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावितों को हर संभव मदद कर रहा है। प्रत्येक मृतक के परिवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की और हर घायल को 50 हजार रुपये की मदद की जाएगी।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, ये सभी छात्र वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के थे, जो यहां पर ट्रिप के लिए आए थे। ये बात सामने आ रही है कि नाव पर क्षमता से ज्यादा लोग सवार हो गए इसलिए ये घटना हुई है। जितने भी छात्र और शिक्षक नाव पर सवार थे उनमें से किसी ने लाइफ जैकेट नहीं पहना हुआ था।

हरणी तालाब सात एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में फैसला हुआ है। इस तालाब का सौंदर्यीकरण साल 2019 में किया गया था। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद छात्रों के परिवार में मातम का माहौल हो गया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख