रांची (जनादेश ब्यूरो): हेमंत सोरेन ने झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। वहीं अब शपथ ग्रहण के बाद हेमंत सोरेन की पहली परीक्षा होने वाली है। नई सरकार का आठ जुलाई को फ्लोर टेस्ट होना है। वहीं विश्वास मत हासिल करने के बाद नौ जुलाई को कैबिनेट का विस्तार हो सकता है।
बता दें कि झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा नीत गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 45 रह गई है, जिनमें झामुमो के 27, राजद का एक और कांग्रेस के 17 विधायक शामिल हैं। झामुमो के दो विधायक-नलिन सोरेन और जोबा माझी अब सांसद हैं, जबकि जामा से विधायक सीता सोरेन ने बीजेपी के टिकट पर आम चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया था। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बिशुनपुर से विधायक चमरा लिंडा और बोरियो से विधायक लोबिन हेम्ब्रम को पार्टी से निष्कासित कर दिया था, लेकिन उन्होंने अभी तक विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है।
इसी तरह, विधानसभा में बीजेपी के विधायकों की संख्या घटकर 24 रह गई है, क्योंकि बीजेपी के दो विधायक- ढुलू महतो (बाघमारा) और मनीष जायसवाल (हजारीबाग) ने लोकसभा चुनाव लड़ा था और वे अब सांसद हैं।
बीजेपी ने चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस में शामिल होने वाले मांडू सीट से विधायक जयप्रकाश भाई पटेल को निष्कासित कर दिया है। हालांकि, पटेल ने अभी तक विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है। झारखंड की 81-सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में 76 सदस्य हैं।
हेमंत सोरेन होंगे विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन का चेहरा
वहीं कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य डॉक्टर अजय कुमार ने गुरुवार को कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता हेमंत सोरेन इस साल राज्य में होने वाले वाले विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन का चेहरा होंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड में मुख्यमंत्री बदलने से विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की संभावनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। बल्कि हम 2019 के चुनाव की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।