रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दूसरे राउंड की पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नोटिस दिया है। ईडी ने 27 जनवरी से 31 जनवरी के बीच पूछताछ के लिए दफ्तर आने को कहा है। 20 जनवरी को ईडी अधिकारियों ने कथित भूमि घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में मुख्यमंत्री सोरेन से उनके आधिकारिक आवास पर करीब आठ घंटे पूछताछ की थी। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन ने दावा किया था कि उनके खिलाफ यह एक षड्यंत्र है।
जब सीएम सोरेन से पूछताछ की जा रही थी, उस दौरान भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के कारण पूरा इलाका किले में तब्दील हो गया था। सीएम इससे पहले, ईडी द्वारा सात बार समन जारी किए जाने पर पूछताछ के लिए एजेंसी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए थे। ईडी द्वारा आठवीं बार उन्हें समन जारी किए जाने पर आखिरकार उन्होंने अपनी सहमति दे दी थी।
ईडी के अनुसार, यह जांच झारखंड में माफिया द्वारा भूमि स्वामित्व में अवैध परिवर्तन के एक बड़े गिरोह से संबद्ध है।
मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2011 बैच के अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे।
पूछताछ के बाद सीएम सोरेन ने अपने समर्थकों से कहा था, ‘‘मेरे खिलाफ साजिश रची गई है, लेकिन षड्यंत्रकारियों के ताबूत में आखिरी कील हम ठोकेंगे... हम डरेंगे नहीं, गोलियों का सामना आपका नेता सबसे पहले करेगा और आप अपना मनोबल ऊंचा रखें।’’ उन्होंने कहा था, ‘‘मैं आपके अटूट समर्थन के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूं...हेमंत सोरेन पार्टी के हर कार्यकर्ता के साथ खड़ा रहेगा।’’ मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह ‘‘गाजर या मूली’’ की तरह नहीं हैं, जिसे आसानी से उखाड़ा जा सके।
राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में, सत्तारूढ़ गठबंधन के 47 विधायक हैं, जिनमें जेएमएम के 29, कांग्रेस के 17 और राष्ट्रीय जनता दल तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के एक-एक विधायक शामिल हैं।