रांची: झारखंड के सिमडेगा जिले में गांववालों की मारपीट और धमकियों का शिकार हुई महिला को पुलिस ने सुरक्षा देने का फैसला किया है। कोयली देवी नाम की इस महिला की बेटी की बीते 28 सितंबर को कथित तौर पर भूख के कारण मौत हो गई थी। खबरों के अनुसार गांववालों का कहना है कि बेटी की मौत भूख से हुई, ऐसा कहकर कोयली देवी ने गांव की बदनामी कराई है।
डरी सहमी महिला ने बाद में पंचायत घर में आश्रय लिया है। कोयली देवी ने बताया, 'मुझे डर के साए में रहना पड़ रहा है क्योंकि गांव के लोग मुझे गालियां दे रहे हैं, धमका रहे हैं। मुझसे गांव छोड़कर जाने को कहा गया है।
बच्ची की मां ने एक बयान में कहा था कि उसकी बेटी की मौत भूख के कारण हुई है। साथ ही उसके परिवार को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत दुकानदार ने खाद्य अनाज नहीं दिया क्योंकि उसका आधार कार्ड, राशन कार्ड से जुड़ा हुआ नहीं था।
सिमडेगा जिला प्रशासन ने अब तक कहा है कि बच्ची संतोषी मलेरिया से पीड़ित थी और उसी बीमारी के कारण उसकी मौत हुई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने हालांकि दावे को खारिज कर दिया है।
राज्य के खाद्य मंत्री सरयू रॉय ने कहा,'अगर कोई भी कोयली देवी को धमकी देता है या गाँव से बाहर निकालने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख़्त करवाई होगी। उनकी सुरक्षा हमारी ज़िम्मेदारी है।
बच्ची की मौत के बाद राज्य सरकार ने घोषणा की थी कि पीडीएस दुकानों पर खाद्य अनाज पहचान पत्र दिखाकर वितरित किया जाएगा।