चंडीगढ़ः एमएसपी की कानूनी गारंटी को लेकर केंद्रीय मंत्रियों और किसानों के बीच तीसरे दौर की वार्ता देर रात तक जारी रही। बताया जा रहा है कि कई मांगों पर सहमति के बाद एमएसपी और अजय मिश्र टेनी को लेकर मामला अटका हुआ है। गौरतलब है कि पंजाब हरियाणा सीमा पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच जारी गतिरोध के बाद केंद्रीय मंत्रियों की एक कमेंटी किसान नेताओं से बातचीत करने चंडीगढ़ पहुंची है। इससे पहले दो दौर की वार्ता हो चुकी है, जिसमें कोई समझौता नहीं हो पाया था।
किसान संगठनों का भारत बंद आज
उधर, किसान संगठनों ने शुक्रवार को भारत बंद का आव्हान किया है। ख़बर है कि शंभू बार्डर पर फिर से आंसू गैस और रबर की गालियां दागी गई हैं। बताया जाता है कि यह कार्रवाई निहंगों के ललकारने पर की गई है। शंभू सीमा पर एक बार फिर टकराव की स्थिती बन गई। निहंग सिंह की पीठ में रबर की गोली लगी है। वह अस्पताल में उपचाराधीन है। पुलिस फोर्स ने आंसू गैस के गोले भी दागे हैं।
बताया जाता है कि कुछ निहंग घग्गर के पुल पर बैरिकेड के पास जाकर पुलिसकर्मियों को ललकार रहे थे। समझाने पर नहीं माने तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट का प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा।
भारतीय किसान परिषद ने भारत बंद का किया समर्थन
भारतीय किसान परिषद ने भारत बंद का समर्थन किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा ने कहा कि कल हजारों की तादाद में किसान चक्का जाम करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर ऐलान किया गया।
हरियाणा के सात जिलों में 17 फरवरी तक इंटरनेट पर पाबंदी
हरियाणा सरकार ने किसान आंदोलन को देखते हुए सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट पर पाबंदी 17 फरवरी रात 12 बजे तक बढ़ा दी है। गृह विभाग की ओर से जारी पत्र के मुताबिक अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा और डबवाली में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस भेजने की सेवाएं बंद रहेंगी। उल्लेखनीय है कि इन जिलों में सरकार ने 11 फरवरी से मोबाइल इंटरनेट पर पाबंदी लगा रखी है।
हिसार में किसानों ने सरकार के खिलाफ भरी हुंकार
शंभू बॉर्डर पर किसानों पर हुए लाठी चार्ज, आंसू गैस के गोले दागने पुलिस द्वारा रास्ता रोकने के विरोध में गुरुवार को सिसाय कालीरामण गांव के चबूतरे पर किसानों की महापंचायत हुई। महापंचायत की अध्यक्षता सिसाय गांव के सरपंच राजेश सिहाग ने की। बैठक में हिसार जिले के 40 गांव किसान व ग्रामीणों ने भाग लिया। बैठक में हरियाणा के किसानों ने पंजाब के किसानों के दिल्ली कूच का समर्थन करने, दिल्ली तक पहुंचाने में उनकी हर संभव मदद करने व सरकार के खिलाफ हुंकार भरी। जिले के किसान गांव-गांव जाकर संपर्क अभियान चलाएंगे। ट्रेक्टर मार्च निकालकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को पंजाब के किसानों की मदद करने की अपील करेंगे। बैठक में किसानों ने कहा कि किसानों के दिल्ली कूच के बीच में सरकार के आदेश पर पुलिस प्रशासन रोड़ा बन रहा है। हाईवे को बंद किया जा रहा है। इंटरनेट बंद कर दिए गए हैं। किसानों ने कहा कि सरकार ऐसा करके लोकतंत्र का हनन कर रही है।