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चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल ने कांग्रेस नेता कमलनाथ को पंजाब में पार्टी का प्रभारी महासचिव बनाये जाने पर निशाना साधा और मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने इसे ‘सिखों का घोर अपमान’ करार दिया। बादल ने कहा, ‘‘यह सिखों के प्रति संवेदनहीनता की अविश्वसनीय शर्मनाक हरकत है और नवंबर 1984 में कांग्रेस के गुंडों द्वारा हजारों बेगुनाह सिख बच्चों, पुरषों और महिलाओं के नरसंहार के दोषियों को लेकर राष्ट्रीय राय का मूखर्तापूर्ण और अशिष्ट अपमान है। मैं विश्वास नहीं कर सकता कि कोई राजनीतिक दल सिखों की भावनाओं के प्रति इतना संवेदनहीन हो सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बात से हैरान हूं कि कांग्रेस आलाकमान सिखों के जख्मों पर नमक छिड़कने की इस हद तक जा रहा है और वहीं उसी समय अपने पापों को लेकर प्रधानमंत्री के स्तर पर पछतावा दिखाने का नाटक कर रहा है। क्या ये वास्तविक पछतावे के संकेत हैं या पुराने जख्मों को कुरेदा जा रहा है।’’ कांग्रेस पर निशाना साधते हुए 1984 के दंगा पीड़ितों के वकील एच एस फुलका ने कहा कि कमलनाथ को पंजाब का कांग्रेस प्रभारी बनाकर पार्टी ने पीड़ितों के जख्मों पर नमक रगड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा, ‘‘दो नवंबर, 1984 को एक राष्ट्रीय अखबार ने खबर प्रकाशित की थी कि रकाबगंज साहिब पर हमला करने वाली भीड़ की अगुवाई कमलनाथ कर रहे थे। तीन नवंबर को एक और राष्ट्रीय अखबार ने भी यही खबर छापी।’’ फुलका ने कहा कि कांग्रेस ने कमलनाथ की नियुक्ति के माध्यम से संकेत दिया है कि पार्टी को पीड़ितों की भावनाओं की कोई चिंता नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस केवल धनबल और बाहुबल वाले लोगों की फिक्र करती है।

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