पठानकोट: एक आईएसआई अफसर समेत पाकिस्तान का जांच दल बुलेट प्रूफ गाड़ियों में अमृतसर से पठानकोट रवाना हो गया है। यहां जनवरी में हुए आतंकी हमले में सात जवान शहीद हो गए थे। पाकिस्तान के जांच दल के पठानकोट जाने को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस के कार्यकर्ता आज पठानकोट में काले झंडे प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं दूसरी और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भी रास्ता बंद करके प्रदर्शन की धमकी दी है। इसके लिए एयरबेस में सफेद, लाल और पीले रंग के शामियाने लगाए गए हैं ताकि संवेदनशील इलाकों को ढंका जा सके। सोमवार को टीम ने एनआईए के अधिकारियों से मुलाकात की थी। एनआईए के अधिकारियों ने मुलाकात में जांच में इकट्ठा सबूतों को पाकिस्तानी टीम के सामने पेश किया। ख़बर यह भी है कि भारत सरकार पाकिस्तान से जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर की आवाज के नमूने मांग सकती है। न वहीं पाक जांच टीम के पठानकोट पहुंचने के विरोध में कांग्रेस के कार्यकर्ता काले झंडे लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
ये कार्यकर्ता पाकिस्तान टीम वापस जाओ के नारे लगा रहे हैं। कांग्रेस ने पाकिस्तानी जांच दल में ISI के अधिकारी के होने पर सवाल उठाए हैं और पूछा है कि उसे यहां आने की इजाजत कैसे मिली? वहीं पठानकोट हमले की जांच को लेकर भारत आए पाकिस्तानी जांच दल का विरोध करते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान के आगे घुटने टेक दिए हैं। केजरीवाल ने कहा कि ISI को बुलाकर मोदी सरकार ने शहीदों की शहादत की सौदेबाजी की है। भारत के लोग ये कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।