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कोलकाता (जनादेश ब्यूरो): दो साल के अंतराल के बाद एक बार फिर से तृणमूल कांग्रेस का चिरपरिचित कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गई है। आज 21 जुलाई को ‘शहीद दिवस’ के इस कार्यक्रम में ममता बनर्जी मिशन 2024 के लिए हुंकार भरेंगी। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस 1998 से यह राजनीतिक कार्यक्रम लगातार करती आ रही है। हालांकि बीते दो साल कोविड प्रोटोकॉल के चलते वर्चुअली ही यह कार्यक्रम आयोजित हुआ था। टीएमसी नेताओं में इस बात को लेकर बेहद उत्सुकता है कि सीएम ममता बनर्जी ‘शहीद दिवस’ पर उन्हें बताएं कि 2024 का आम चुनाव कैसे लड़ा जाएगा। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए इस साल यह और भी ज्यादा भावनात्मक है, क्योंकि यह दो साल के बाद वृहद स्तर पर आयोजित हो पा रहा है।

ममता का ‘जिहाद दिवस’ का एलान

हाल ही में ममता बनर्जी ने पश्चिमी वर्दवान जिले के आसनसोल में एक मीटिंग को संबोधित किया था। उस दौरान ममता ने कहा था कि इस साल पार्टी 21 जुलाई को भाजपा के खिलाफ ‘जिहाद दिवस’ के रूप में मनाएगी।

गौरतलब है ममता बनर्जी लंबे समय से इस बात की वकालत करती रही हैं कि 2024 के आम चुनाव में भाजपा के खिलाफ तीसरा मोर्चा होना चाहिए। टीएमसी पहले ही बंगाल से बाहर अपने विस्तार में लगी है और उसने पहले ही अपना इरादा जाहिर कर दिया है कि 2024 में उसका मुकाबला भाजपा से होगा। पूर्व में टीएमसी मुखिया ने गैर भाजपाई मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा था। इसमें उनसे भाजपा द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का राजनीतिक विरोधियों के इस्तेमाल के विरोध में एकजुट होने को कहा गया था। 15 जून को ममता ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के खिलाफ संयुक्त विपक्ष का उम्मीदवार उतारने के लिए मीटिंग भी की थी। इसमें 17 गैर-भाजपाई दल शामिल हुए थे।

भाजपा ने साधा निशाना

एक-तरफ इस कार्यक्रम को लेकर टीएमसी की तैयारियां जोरों पर हैं। हजारों की संख्या में पार्टी समर्थक देश के कोने-कोने से कोलकाता पहुंच रहे हैं। पार्टी की तरफ इन समर्थकों के रुकने का इंतजाम विभिन्न स्टेडियमों और अन्य जगहों पर किया गया है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने टीएमसी के इस कार्यक्रम पर निशाना साधा है। भाजपा नेता और बंगाल राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि सत्ताधारी दल ने एक राजनीतिक कार्यक्रम को सरकारी कार्यक्रम बना दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन को इंतजाम में लगाया गया है। सुवेंदु अधिकारी यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि मैं ग्रामीण बंगाल के लोगों से कहना चाहूंगा कि वह अपने पशुओं को खेतों में चरने के लिए छोड़ सकते हैं। अपने कपड़ों को बाहर सुखा सकते हैं, इसे कोई चोरी करने नहीं आएगा। वजह, सभी बदमाश 21 जुलाई को कोलकाता में होंगे।

10 लाख की भीड़ जुटने का अनुमान

टीएमसी नेताओं के मुताबिक इस रैली में 10 लाख लोगों के जुटने का अनुमान है। कोलकाता के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने और भीड़ को संभालने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की जाएगी। गौरतलब है कि तीन जुलाई को एक व्यक्ति को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास में घुसने के आरोप में पकड़ा गया था। इसलिए सुरक्षा के इंतजाम और पुख्ता होंगे। एक वरिष्ठ टीएमसी नेता ने बताया कि हावड़ा और सियालहादह स्टेशनों से दो बड़े जुलूस निकाले जाएंगे। इसके अलावा शहर के अन्य स्थानों से जुलूस रैली स्थल पर पहुंचेंगे।

तैयारियां भी हैं पूरी

वहीं रैली स्थल पर कई विशाल टीवी स्क्रीन भी लगाई जाएंगी ताकि समर्थक ममता बनर्जी को भाषण देते हुए लाइव देख और सुन सकें। इस दौरान तमाम स्कूलों ने अपने छात्रों को अव्यवस्था से बचाने के लिए छुट्टी घोषित कर दी है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवेज के किनारे स्थित सरकारी विभागों में मेडिकल टीम तैनात करने की हिदायत दी है। साथ ही ब्लड बैंकों में पर्याप्त ब्लड रखने के लिए भी निर्देश जारी किए गए हैं। इस बीच कलकत्ता हाई कोर्ट ने एक पीआईएल को खारिज कर दिया है। इसमें कोविड 19 को देखते हुए रैली कैंसिल करने की मांग की गई थी।

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