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कोलकाता: हाल में मोदी मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा करने वाले बंगाल के आसनसोल से भाजपा सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो आखिरकार शनिवार को नाटकीय ढंग से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में कोलकाता में उन्होंने तृणमूल का दामन थामा। अभिषेक ने बाबुल का पार्टी में स्वागत किया।

तृणमूल कांग्रेस की ओर से ट्वीट करके भी इसकी जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि सांसद बाबुल सुप्रियो के तृणमूल परिवार में शामिल होने पर हम उनका बहुत गर्मजोशी से स्वागत करते हैं। पश्चिम बंगाल टीएमसी के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने बाबुल सुप्रियो के टीएमसी में शामिल होने पर कहा कि भाजपा के बहुत से नेता टीएमसी के साथ संपर्क में हैं। वे भाजपा में संतुष्ट नहीं हैं। अब ये टीएमसी में शामिल होने की प्रक्रिया चलती रहेगी।

मोदी मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद से थे नाराज

पिछले दिनों हुए कैबिनेट विस्तार में मोदी मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद से ही बाबुल नाराज चल रहे थे। इसके बाद हाल में उन्होंने राजनीति से ही संन्यास लेने की घोषणा की थी। उन्होंने यह भी दावा किया था कि वह और किसी पार्टी में शामिल नहीं होंगे। हालांकि इसके बाद काफी मन मनौव्वल के बाद बाबुल ने कहा था कि वह सांसद पद से इस्तीफा नहीं देंगे। लेकिन शनिवार को वे नाटकीय तरीके से तृणमूल में शामिल हो गए। गायक से राजनीति में आए बाबुल 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद 2014 में उन्होंने आसनसोल सीट से तृणमूल कांग्रेस की नेता डोला सेन को हराकर पहली बार सांसद चुने गए थे। पहली बार सांसद चुने जाने के बाद उन्हें नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बनने वाली पहली सरकार ने भी शामिल किया गया था। इसके बाद 2019 में भी उन्होंने आसनसोल से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। इसके बाद उन्हें मोदी सरकार दो में भी मंत्री बनाया गया था, लेकिन कुछ दिनों पहले हुए कैबिनेट विस्तार में उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। इसके बाद से ही बाबुल नाराज चल रहे थे। बाबुल सुप्रियो ने टीएमसी में शामिल होकर सबको चौंका दिया है।

 

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