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कोलकाता: विधानसभा चुनाव में हार के बाद से भाजपा बंगाल में लगातार कमजोर पड़ती जा रही है। सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता भाजपा छोड़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। अब टीएमसी के वरिष्ठ नेता और  मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी मुकुल रॉय ने बड़ा खुलासा किया है। मुकुल रॉय ने दावा किया है कि उनके संपर्क में करीब 24 भाजपा के विधायक हैं जो टीएमसी में आने को तैयार हैं। रॉय ने कहा कि ऐसे विधायकों और नेताओं की लंबी सूची है जो टीएमसी में शामिल होना चाहते हैं। 

दरअसल, मुकुल रॉय का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब एक हफ्ते के भीतर तीन विधायकों ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थामा है। कालियागंज से भाजपा विधायक सौमेन रॉय, बागदा से भाजपा विधायक विश्वजीत दास और विधायक तन्मय घोष भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं। हाल ही में भाजपा छोड़ टीएमसी में शामिल होने वाले तीनों विधायक मुकुल रॉय के काफी करीबी हैं। इसी साल जून में खुद मुकुल रॉय भाजपा छोड़कर टीएमसी में शामिल हुए थे। वह चार साल पहले टीएमसी से भाजपा में गए थे।

हालांकि, विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के बाद उन्होंने फिर से घर वापसी का फैसला करते हुए ममता बनर्जी के साथ काम करने का एलान किया था। 

भाजपा ने विधायकों पर कार्रवाई की धमकी दी
लगातार भाजपा एमएलए के टीएमसी में शामिल होने के बाद विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या घटकर 71 रह गई है। अगर भाजपा के और विधायक पार्टी छोड़ेंगे तो पार्टी विधानसभा में संख्या बल में कमजोर पड़ जाएगी। टीएमसी में शामिल होने वाले नेताओं ने कहा कि वह भटक गए थे उधर, भाजपा ने दल बदलने वाले विधायकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी दी है। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि पार्टी के विधायक एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि 213 सीटें जीतने के बावजूद, तृणमूल विपक्षी विधायकों को अपने दल में लाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल ने दलबदल विरोधी कानून का उल्लंघन किया है। 

भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ सकती हैं ममता बनर्जी
वहीं, निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल में तीन विधानसभा सीटों पर 30 सितंबर को उपचुनाव कराने का एलान कर दिया है। निर्वाचन आयोग चुनाव की तैयारी में जुट गया है। तीन विधानसभा सीटों में पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट भी शामिल है, जहां से मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी के चुनाव लड़ने की संभावना है। दरअसल, ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव लड़ी थीं, लेकिन भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी के हाथों चुनाव हार गई थीं। 

 

 

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