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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार से 27 नवंबर को परिवहन मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले शुभेंद्र अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि मेरी पहचान यह है कि मैं पश्चिम बंगाल और भारत का बेटा हूं। मैं हमेशा पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए लडूंगा। आपको बात दें कि बागी हो चुके पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने मन बदलने से इनकार कर दिया है। शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी नेतृत्व को भेजे संदेश में कहा है कि उनके लिए अब टीएमसी में रहकर काम करना संभव नहीं है।

शुभेंदु अधिकारी के करीबी लोगों ने कहा है कि वह भारी जनाधार वाले प्रभावशाली नेता हैं, जिन्होंने राज्य मंत्रिमंडल और अन्य पदों से इस्तीफा दे दिया था, जो कुछ दिन पहले तक उनके पास थे। करीबियों ने बताया कि अधिकारी इस बात पर कायम हैं कि उनके लिए पार्टी के साथ काम करना 'मुश्किल' है।

 

आपको बता दें कि शुभेंदु अधिकारी की तरफ से उन सभी दावों का खंडन कर चुके हैं कि जिसमें ऐसा कहा जा रहा था कि जिस तरह से तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं जैसे पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी, सौगत रॉय और सुदीप बंदोपाध्याय के अलावा चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद सभी मतभेद दूर हो गए हैं। 

सूत्रों ने बताया कि अधिकारी पर्दे के पीछे हुई बैठक में क्या बात हुई, वह मीडिया में लीक नहीं करना चाहते हैं। बैठक के बाद से अधिकारी से संपर्क नहीं हो पा रहा है। अधिकारी की नाराजगी की जानकारी होने पर तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सदस्य सौगत रॉय ने कहा, ''मैंने मंगलवार को जो भी कुछ कहा, वह बैठक में सामने आया सच था। अब अगर शुभेंदू ने अपना रुख बदल लिया है तो उन्हें स्पष्ट करना चाहिए। मुझे अब कुछ नहीं कहना है। 

तृणमूल पार्टी के एक नेता ने पहचान गोपनीय रखते हुए बताया था कि अधिकारी इस बात से नाराज हैं कि रॉय ने मंगलवार रात को जल्दबाजी करते हुए दावा कर दिया कि ‘सभी मुद्दों का समाधान’ हो गया है जबकि 06 दिसंबर को संवाददाता सम्मेलन होना था। 

 

 

 

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