कोलकाता: पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष का कहना है कि उनकी पार्टी के पास लोकसभा चुनाव जीतने लायक उम्मीदवार ही नहीं हैं। घोष ने कहा, 'हमारे पास पार्टी नेता और कार्यकर्ता हैं, जो कड़ी मेहनत कर रहे हैं। हमने उन्हें पंचायत और विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था। लेकिन लोकसभा चुनाव लड़ने लायक हमारे पास उम्मीदवार नहीं हैं, जो चुनाव जीत सकें।' जब उनसे पूछा गया कि अन्य दलों से आकर भाजपा में प्रमुखता पाने वाले नेताओं के प्रति पार्टी नेताओं में नाराजगी है? तो घोष ने कहा, 'हमारी पार्टी में ऐसी कोई चीज नहीं है। अगर कोई आना चाहता है और विकास के लिए हमारी पार्टी के साथ जुड़ना चाहता है तो हम कैसे उन्हें रोक सकते हैं?'
उनका बयान गुरुवार को टीएमसी विधायक अर्जुन सिंह के भाजपा के साथ जुड़ने के बाद आया है। पिछले कुछ समय में टीएमसी, कांग्रेस और सीपीआई(एम) के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी का साथ पकड़ा है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 23 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है।
बता दें, हालही तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित सांसद अनुपम हाजरा और पश्चिम बंगाल के दो वर्तमान विधायक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे। हाजरा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल के बोलपुर से जीत दर्ज की थी। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाजपा में शामिल हुए इन नेताओं को ‘गद्दार' करार दिया।
हाजरा भाजपा मुख्यालय में पार्टी महासचिव एवं पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए हाजरा को नौ जनवरी को निष्कासित कर दिया था। बगदा से कांग्रेस विधायक दुलाल चंद्र बर और हबीबपुर से माकपा विधायक खगेन मुर्मू भी भाजपा में शामिल हुए थे। इन तीन नेताओं के अलावा बंगाल से एक अल्पसंख्यक समुदाय के विभिन्न सदस्य भी भाजपा में शामिल हुए।