नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि भाजपा के मंत्री पाकिस्तान में हवाई हमले में हताहतों की संख्या के बारे में मीडिया में बढ़ा चढ़ाकर आंकड़े लीक कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने यह भी दावा किया कि केंद्र सरकार द्वारा दिये गये किसी भी आंकड़े को गंभीरता से नहीं लिया जा सकता है। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्विटर पर कहा कि सुरक्षा बलों ने हमले में हताहतों की कुल संख्या के बारे कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।
उन्होंने टीवी समाचार की खबरों के स्क्रीनशॉट के साथ ट्वीट किया, भारतीय वायुसेना लगातार कह रही है कि कोई संख्या नहीं। तो फिर भाजपा के एक-दो मंत्री यह संख्या बढ़ा चढ़ाकर क्यों लीक कर रहे हैं? और दिल्ली की मीडिया इन आंकड़ों के जाल में फंस गयी। क्या कोई भी आंकड़ा जो यह सरकार देगी उस पर गंभीरता से भरोसा किया जा सकता है? पत्रकार? या दुष्प्रचार उर्फ सूत्रों के गुलाम? टीवी समाचार चैनलों पर सूत्रों के हवाले से हवाई हमले में जैश-ए-मोहम्मद के 200-300 आतंकवादियों के मारे जाने की बात कही जा रही है।
बाद में एक बयान में ओ ब्रायन ने आरोप लगाया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देखिये वोट बैंक की राजनीति के बारे में कौन बात कर रहा है! अमित शाह और भाजपा विभाजनकारी और नफरत की राजनीति के सबसे बड़े समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि हमलोग देशभक्ति पर उनका भाषण नहीं सुनेंगे। हमारी सशस्त्र सेना का नाता भारत से है न कि मोदी-शाह-भाजपा से।
इस बयान के आने से एक दिन पहले ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीमा पार जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने पर हवाई हमले के असर को लेकर सरकार से सबूत मांगे थे। बाता दें कि भारत ने 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद यह हवाई हमला किया। पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे।