कोलकाता: कोलकाता में विपक्षी नेताओं के साथ शनिवार को मंच साझा करते हुए भाजपा के असंतुष्ट नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने आगामी लोकसभा चुनाव में सरकार बदलने का आह्वान किया और कहा कि वह सत्तारूढ़ दल से हटाए जाने से नहीं डरते। उन्होंने कहा कि वह पार्टी को आईना दिखाना जारी रखेंगे। सिन्हा कई मुद्दों पर अपनी पार्टी से नाराज हैं और नोटबंदी, जीएसटी लागू करने जैसे कई कदमों की उन्होंने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा आयोजित रैली में वह ‘राष्ट्र मंच’ के प्रतिनिधि के तौर पर हिस्सा ले रहे हैं। इस संगठन की स्थापना भाजपा के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने की है।
रैली में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, ‘‘मेरे बड़े भाई यशवंत सिन्हा कह रहे थे कि इसके बाद पार्टी से मुझे जरूर निकाल दिया जाएगा। मैंने उनसे कहा कि कोई बात नहीं।’’ हिन्दी फिल्मों में दमदार संवाद के लिए पहचाने जाने वाले शत्रुघ्न ने कहा, ‘‘वह भारतीय जनता पार्टी में हैं लेकिन इसके पहले वह भारत की जनता के साथ हैं।’’ दो दिन पहले सिन्हा ने कहा था कि भाजपा में उन्हें सम्मान नहीं मिला और वह कोलकाता रैली में हिस्सा लेंगे ।
उन्होंने विवादास्पद राफेल लड़ाकू विमान सौदा, नोटबंदी और जीएसटी के क्रियान्वयन को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप तथ्यों को दबाए रखते हैं तो लोग तो कहेंगे कि चौकीदार चोर है।’’ राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए अक्सर इस तरह के शब्द बोलते हैं।
सिन्हा ने ममता बनर्जी, राहुल गांधी, सपा नेता अखिलेश यादव और राजद नेता तेजस्वी यादव की सराहना की । अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे सिन्हा ने कहा कि वाजपेयी के शासनकाल में लोकशाही थी और अब यह तानाशाही हो गयी है । उन्होंने मंच पर मौजूद सभी नेताओं से देश में बदलाव के लिए साथ आने का आह्वान किया ।