कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज उन्हें चुनौती दी कि नारद पोर्टल की क्लिप में कथित तौर पर रिश्वत लेते हुए देखे गये तणमूल कांग्रेस के नेताओं को नैतिक आधार पर पार्टी से निकाला जाये। शाह ने सारदा घोटाले में भाजपा और तणमूल कांग्रेस के बीच मिलीभगत के आरोपों को भी खारिज करते हुए कहा कि सीबीआई जांच में समय लग रहा है क्योंकि पश्चिम बंगाल सरकार की बनाई एसआईटी ने पूरे मामले में गड़बड़ी की है। शाह ने कहा, ममता बनर्जी ने पहले भ्रष्टाचार से लड़ने का संकल्प लिया था। ममता दी को नैतिक आधार पर उन पार्टी नेताओं को बाहर कर देना चाहिए जिन्हें कैमरे पर रिश्वत लेते हुए देखा गया। अगर ममता दी को इतना भरोसा है कि उनके पार्टी नेता बेगुनाह है तो वह नारद स्टिंग आॠपरेशन के मामले में सीबीआई जांच का अनुरोध क्यों नहीं कर रहीं। भाजपा अध्यक्ष ने कहा, लोकसभा में हमारे पास बहुमत था इसलिए हमने मामले को आचार समिति को भेजा लेकिन राज्यसभा में हमारे पास बहुमत नहीं है।
कांग्रेस और कम्युनिस्ट राज्यसभा में बहुमत में हैं तो वे इसे आचार समिति को क्यों नहीं भेज रहे। जब पूछा गया कि भाजपा सरकार नारदा स्टिंग की सीडी की जांच कराने की पहल क्यों नहीं कर रही तो शाह ने कहा, संघीय ढांचा होता है। जैसे ही ममता दी नारद स्टिंग के मामले में सीबीआई जांच के लिए कहेंगी, हम सीडी की जांच कराएंगे। उत्तराखंड में सामने आई स्टिंग आॠपरेशन की सीडी की जांच के लिए भाजपा द्वारा पहल किये जाने का उदाहरण देने पर शाह ने कहा, उत्तराखंड के राज्यपाल ने सीडी भेजी थीं। राज्य सरकार सीबीआई जांच के लिए कहेगी तो हम सीडी की जांच करेंगे।