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पटना (जनादेश ब्यूरो): पटना में मेट्रो सुरंग निर्माण के दौरान एक दुर्घटना में तीन मजदूरों की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए। जानकारी के अनुसार लोको पिकअप मशीन मजदूरों को रौंदती हुई निकल गई। दरअसल लोको पिकअप का ब्रेक फेल हो गया था। मेट्रो सुरंग का ये काम अशोक राजपथ पर चल रहा था। घायल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।

चलती ट्रेन का जैसे ब्रेक फेल होता है, कुछ उसी तरह का हादसा पटना मेट्रो के निर्माणाधीन टनल में हुआ। पटना विश्वविद्यालय रूट पर हुए इस हादसे में एक की मौके पर मौत हो गई, जबकि छह को अस्पताल ले जाया गया। इनमें से दो की मौत अस्पताल में हो गई। सामान ले जाने के लिए इस्तेमाल होने वाले हाइड्रोलिक लोको का ब्रेक फेल होने के कारण यह हादसा हुआ।

अशोक राजपथ पर एनआईटी मोड़ के पास टनल में जिस समय हादसा हुआ, करीब 25 मजदूर काम कर रहे थे। काम के समय पटना मेट्रो के किसी अधिकारी के नहीं होने की बात कहते हुए मजदूरों ने इस दुर्घटना के बाद जमकर हंगामा किया।

अचानक लोको का ब्रेक फेल हो गया

हादसा रात दस बजे के आसपास टनल के अंदर हुआ, जबकि बाहर इसकी सूचना आने में एक घंटे से ज्यादा का समय लग गया। इसके बाद पहले पुलिस पहुंची, फिर आधी रात से बचाव कार्य शुरू हो सका। अशोक राजपथ पर पटना मेट्रो के लिए सुरंग बनाने का काम कर रहे दो मजदूरों को बाहर निकालने में सफलता मिली। पटना पुलिस ने बताया कि दो घायल व्यक्तियों को PMCH में भर्ती कराया गया है। मरने वालों में हेल्पर मनोज, विजय और श्यामबाबू तीनों मजदूर उड़ीसा के रहने वाले हैं। मरनेवालों में एक लोको पायलट जबकि दूसरा टीबीएम ऑपरेटर है। मजदूरों ने बताया कि हादसे के वक्त टनल में 25 अधिक लोग काम कर रहे थे। काम कर रहे मजदूरों ने कहा कि अचानक लोको का ब्रेक फेल हुआ और जिसके कारण घटना हुई।
सामान ले जाने वाले लोको का ब्रेक फेल, कट गया पायलट

रात ढाई बजे तक तीन लोगों की मौत

पटना मेट्रो के किसी निर्माणाधीन स्थल पर यह अब तक का सबसे बड़ा हादसा है। मौत पहले भी हो चुकी है, लेकिन टनल में काम के दौरान तकनीकी खामी के कारण इस तरह का हादसा पहले नहीं हुआ था। मजदूर समेत लोको पायलट रात आठ बजे से सुबह आठ बजे की शिफ्ट में रोज की तरह काम कर रहे थे। इसी दौरान सामान ले जाने के लिए इस्तेमाल होने वाले लोको का ब्रेक फेल हो गया। अनियंत्रित हुआ हाइड्रोलिक लोको एक जगह पर जाकर रुका तो मजदूरों में अफरातफरी मच गई। ओडिशा निवासी लोको पायलट का शरीर टुकड़े में बंटा देख चीख-पुकार मच गई। घायल होने से बचे मजदूरों ने ही अपने साथियों को टनल से बाहर निकाला। छह मजदूर अस्पताल ले जाए गए। पटना मेट्रो के आधिकारिक बयान के अनुसार रात ढाई बजे तक तीन की मौत हुई है, जबकि चार का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

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