पटना (जनादेश ब्यूरो): पूर्वी मुख्यमंत्री लालू यादव की पार्टी में आज पूर्व सांसद दिवंगत शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब शामिल हो गए। राबड़ी आवास पर लालू प्रसाद यादव ने दिवंगत शहाबुद्दीन की पत्नी हीना शहाब और बेटे ओसामा को खुद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की सदस्यता दिलाई। इस दौरान तेजस्वी यादव ने ओसामा को लालू के जीवन पर आधारित किताब और पार्टी का गमछा दिया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, वरीय नेता अब्दुल बारी सिद्दकी समेत कई वरीय नेता मौजूद रहे।
आरजेडी और ओसामा शहाब के समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी
तेजस्वी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि ओसामा और उनके परिवार से आरजेडी का काफी पुराना रिश्ता रहा है। वह राजद में शामिल हो चुके हैं। आगामी चुनाव में वह आरजेडी की ओर से मैदान में उतरेंगे। आज हम सभी लोग एकजुट हुए हैं। और हम सब मिलकर पार्टी को एकजुट होकर मजबूत करने का काम करेंगे। सांप्रदायिक शक्तियों को भगाने का काम करेंगे।
रविवार सुबह से ही राबड़ी आवास के बाहर आरजेडी और ओसामा शहाब के समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। सदस्यता ग्रहण करने से पहले ओसामा और उनकी मां हिना शहाब राबड़ी आवास पहुंची। अगली काले रंग की गाड़ी में ओसामा थे। पीछे की गाड़ी में हिना शहाब बैठी थीं। परमात्मा राम पहले से मौजूद थे। उनके यहां पहुंचने के साथ ही कार्यकर्ता जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। फिलहाल अंदर में मुलाक़ात हो रही है। समर्थक गेट के बाहर अपने नेता को देखकर काफी उत्साहित नजर आ रहे। इससे पहले शनिवार देर रात को ओसामा राबड़ी आवास पहुंचे थे। यहां राजद सुप्रीमो लालू यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात की। लालू का पैर छूकर ओसामा ने आशीष लिया। इसके बाद करीब एक घंटे तक बातचीत हुई। इधर, गोरिया कोठी की पूर्व प्रत्याशी नूतन वर्मा, राजद के पूर्व जिलाध्यक्ष परमात्मा राम और हीना शहाब राजद में शामिल हुए।
लोकसभा चुनाव में नहीं मिला था हीना शहाब को आरजेडी का टिकट
एक वक्त था जब शहाबुद्दीन का कद आरजेडी में काफी बड़ा था। वह लालू के सबसे करीबी नेताओं में गिने जाते थे। शहाबुद्दीन के निधन के बाद उनके परिवार का आरजेडी से संबंध ठीक नहीं चल रहा था। लोकसभा चुनाव में हिना शहाब ने आरजेडी से टिकट नहीं मिलने के बाद सीवान से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। हालांकि चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अब एक साल बाद चुनाव है। चर्चा है कि ओसामा विधानसभा चुनाव में अपनी किस्तम आजामाना चाहते हैं। आरजेडी भी सीवान और आसपास के इलाकों में अपने पैर को फिर से मजबूत करना चाह रहा।