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नई दिल्ली: बीजेपी ने भोजपुरी सुपरस्टार से नेता बने पवन सिंह को निष्कासित कर दिया। पवन सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है। दरअसल पवन सिंह ने एलान किया था कि बीजेपी सदस्य होने के बावजूद वह एनडीए के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। जिसके बाद केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने गुरुवार को पवन सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। आरा लोकसभा सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे आरके सिंह ने कहा, "या तो उन्हें यह एलान करना चाहिए कि वह काराकाट से एनडीए उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगे या फिर उन्हें बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड कर दिया जाना चाहिए। अगर वह काराकाट से चुनाव लड़ते हैं, तो पार्टी से उनका निलंबन उचित फैसला होगा। उपेन्द्र कुशवाह एनडीए उम्मीदवार हैं, उनको पीएम मोदी ने मंजूरी दी है।''

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''एनडीए उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले किसी भी शख्स का मतलब है कि वह मोदी जी के नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ है।'' उन्होंने आरा में मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि आसान सी बात है कि कुशवाहा की जीत प्रधानमंत्री के हाथों को मजबूत करेगी।"

हालांकि पवन सिंह की इस पर अब तक कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है।

वहीं जब बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी से भोजपुरी गायक के फैसले के बारे में पूछा गया तो वह इस पर सीधा जवाब देने से बचते नजर आए। सम्राट चौधरी ने मीडिया से कहा, "उपेंद्र कुशवाह काराकाट से एनडीए के उम्मीदवार हैं। उन्हें पीएम मोदी की मंजूरी मिल गई है। पूरी बीजेपी कुशवाह के साथ है। बीजेपी के सभी कार्यकर्ता और एनडीए दलों के नेता उनके लिए काम कर रहे हैं।"

पश्चिम बंगाल में आसनसोल से पहले बीजेपी का टिकट ठुकराने वाले पवन सिंह ने हाल ही में कहा था कि वह काराकाट सीट से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने वहां पर चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है। उन्होंने एलान किया कि जल्द ही एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में वह अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। अगर पवन सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में दाखिल होते हैं तो काराकाट लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है।

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