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पटना: बिहार विधानसभा परिसर में आज उस समय सनसनी फैल गई जब कैम्पस में शराब की कई ख़ाली बोतल मिलीं। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव खुद उस जगह पर गए, जहां शराब की बोतलें मिलीं। उन्‍होंने कहा कि ऐसे समय जब विधानसभा की सुरक्षा इतनी कड़ी हैं तब शराब के बोतलें मिलना साफ़ करता हैं कि बिहार राज्‍य में शराबबंदी नाकाम है। उन्‍होंने कहा कि बिहार विधानसभा में कितने धड़ल्‍ले से शराब की बोतल पहुंच गई। अगर बिहार विधानसभा में बोतल पहुंच गई तो सीएम को इस्‍तीफा दे देना चाहिए। जहां सीएम खुद बैठे हैं, वहां से यह स्‍थान 100 मीटर भी नहीं होगा। उन्‍होंने कहा कि बेराजगारी, चिकित्‍सा, पलायन आदि मामलों में इस सरकार ने बिहार को बदनाम कर दिया है।

इस बीच, सीएम नीतीश कुमार ने भी सदन में अपने जवाब में माना कि शराब को बोतल मिलने का मामला गंभीर है। सीएम ने 'यहां पर कैसे शराब की बोतल आई। ये मामूली बात नहीं हैं कोई गड़बड़ कर रहा है तो उसको छोड़ना नहीं चाहिए और सख़्त करवाई करना चाहिए।'

गौरतलब है कि बिहार में जहरीली शराब से 70 से ज्यादा मौतों को लेकर आलोचना झेल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में स्‍वीकार किया था कि राजधानी पटना में शराब बिक भी रही है औऱ लोग पी भी रहे हैं। शराबबंदी के मामले में नीतीश को अपने ही सहयोगी दल भाजपा की आलोचना का सामना करना पड़ा रहा है। बिहार भाजपा अध्यक्ष और लोकसभा सांसद संजय जायसवाल ने कुछ समय पहले कहा था कि पुलिस की मिलीभगत के बिना राज्य में अवैध शराब की बिक्री नहीं हो सकती। जायसवाल ने कहा का, "निश्चित रूप से इस नीति की समीक्षा करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा था "स्थिति भयावह है। पुलिस प्रशासन की मदद से ही पूर्वी चंपारण क्षेत्र में शराब का कारोबार हो रहा है।"

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