पटना: बिहार से राज्यसभा की पांच सीटों और विधान परिषद की सात सीटों के लिए होने वाले द्विवार्षिक चुनाव के लिए राज्य में सत्ताधारी महागठबंधन (जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस) के उम्मीदवारों ने सोमवार को अपना-अपना नामांकन दाखिल किया। जेडीयू की ओर से दो सीटों के लिए जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और आर.सी.पी. सिंह तथा आरजेडी की ओर पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद की बडी पुत्री मीसा भारती और सुप्रीम कोर्ट के मशहूर वकील राम जेठमलानी ने अपना-अपना नामांकन पर्चा भरा।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की उपस्थिति में बिहार विधानसभा सचिव कम रिटर्निंग अफिसर रामश्रेष्ठ राय के समक्ष महागठबंधन के उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया। पर्चा दाखिल करने से पहले मशहूर वकील राम जेठमलानी आरजेडी में शामिल हुए। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक कुमार चौधरी भी उपस्थित थे। बिहार विधान परिषद की सात सीटों के लिए आगामी 10 जून को होने वाले चुनाव के लिए जेडीयू की ओर से गुलाम रसूल बलियावी एवं सी.पी. सिन्हा, आरजेडी की ओर से एस.एम. कमर आलम एवं रणविजय सिंह तथा कांग्रेस की ओर से पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष तनवीर अख्तर ने भी अपन-अपना नामांकन पर्चा भरा।
महागठबंधन के उम्मीदवारों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल किए जाने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि राज्यसभा और विधान परिषद के सभी उम्मीदवार को पूरा बहुमत है और सभी जीतेंगे। भाजपा द्वारा बिहार से राज्यसभा और विधान परिषद सीट के लिए क्रमश: पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह और अर्जुन साहनी को अपना उम्मीदवार बनाया गया है जो कि मंगलवार को अपना-अपना नामंकन पत्र दाखिल करेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मंगल पाण्डेय ने रविवार को कहा था कि बिहार विधान परिषद के लिए उनकी पार्टी एक अन्य उम्मीदवार के नाम की घोषणा भी करेगी। आरजेडी और बीजेपी की ओर से अगर एक-एक और उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की जाती है, तो ऐसे स्थिति में बिहार विधान परिषद की एक सीट के लिए चुनाव होना निश्चित है। बिहार विधान परिषद की खाली होने वाली इन सात सीटों में से वर्तमान में जेडीयू, बीजेपी और आरजेडी के पास क्रमश: चार, दो और एक सीट हैं, जिसमें से 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में संख्या बल के आधार पर महागठबंधन (जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस) को पांच सीटें एवं बीजेपी को एक सीट मिलती दिख रही है तथा बाकी बची एक सीट के लिए आरजेडी और बीजेपी द्वारा एक-एक और उम्मीदवार दिए जाने पर इस सीट के लिए चुनाव होना निश्चित दिख रहा है। बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में सत्ताधारी महागठबंधन जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के क्रमश: 71, 80 एवं 27, एनडीए में शामिल बीजेपी, एलजेपी, रालोसपा एवं हम सेक्युलर के क्रमश: 53, 2, 2 एवं 1 तथा भाकपा माले के 3 और 4 निर्दलीय सदस्य हैं। बिहार सरकार द्वारा गत 24 मई को प्रकाशित एक असाधारण गजट के अनुसार बिहार विधान परिषद की इन सात सीटों तथा राज्यसभा की पांच सीटें जो कि क्रमश: आगामी 21 जुलाई को एवं 7 जुलाई को रिक्त हो रही हैं, के लिए नामांकन, की अंतिम तिथि 31 मई, नामांकन पत्रों की जांच की तारीख एक जून और नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 3 जून निर्धारित की गई। बिहार विधान परिषद की इन सात सीटों तथा राज्यसभा की पांच सीटें के लिए मतदान की तिथि क्रमश: 10 जून एवं 11 जून निर्धारित की गई है। गजट के अनुसार बिहार विधान परिषद तथा राज्यसभा की इन सीटों के लिए निर्वाचन की पूरी प्रक्रिया संपन्न करा लिए जाने की अंतिम तारीख 13 जून निर्धारित की गई है।