पटना: बिहार में पिछले 24 घंटे में आंधी-तूफान और बिजली गिरने के कारण अब तक 83 लोगों की मौत हो गई है। यह जानकारी राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने दी है। गोपालगंज में 13, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, बेतिया और पश्चिमी चंपारण में दो-दो लोगों की, पूर्णिया और बांका में एक-एक की मौत हुई है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जान गंवाने वाले सभी 83 लोगों के परिवार को 4-4 लाख रुपये के मुआवजे देने का एलान किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में आंधी-तूफान और बिजली गिरने की वजह से हुई मौतों पर दु:ख और संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों के निधन का दुखद समाचार मिला। राज्य सरकारें तत्परता के साथ राहत कार्यों में जुटी हैं। इस आपदा में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।
इसके अलावा दर्जनों लोगों के झुलसने की भी खबर आई है। गोपालगंज जिले में गुरुवार की सुबह से हो रही बारिश के बीच आकाशीय बिजली से 13 लोगों की मौत हो गई है।
बिजली से उचकागांव में चार, मांझा में दो और विजयीपुर, कटेया एवं बरौली में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। जान गंवाने वाले ज्यादातर लोग खेत में धान की रोपाई कर रहे थे। बरौली और मांझा में आकाशीय बिजली से झुलसकर घायल हुए चार लोगों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
वहीं दूसरी ओर उत्तरी बिहार में भी आकाशीय बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हो गई है। पूर्वी चंपारण में बिजली गिरने से नाबालिग बच्ची सहित दो लोगों की मौत हुई है। पश्चिमी चंपारण के शिकारपुर में विशुनपुरवा और मालदा में भी दो लोगों की बिजली गिरने से मौत हो गई। मधुबनी के घोघरडीहा में बिजली गिरने से पति-पत्नी की मौत की मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा बेतिया जिले के शिकारपुर थाना के भसुरारी पंचायत में बिजली ने दो लोगों की जान ले ली।