नई दिल्ली: देश-दुनिया में कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है। तो वहीं भारत में महामारी के बीच विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भाजपा आज बिहार में चुनावी बिगुल फूंकने जा रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज फेसबुक लाइव पर रैली कर बिहार में भाजपा का चुनावी बिगुल फूंकेंगे। प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि राज्य की 243 विधानसभा सीटों से करीब एक लाख लोगों को इस फेसबुक लाइव से जोड़ा जाएगा। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए इसे भाजपा के चुनावी अभियान के आगाज के तौर पर देखा जा रहा है।
भगवा इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तमाम प्रयास में जुटी है, क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण किसी बड़ी राजनीतिक सभा का आयोजन नहीं हो सकता है। हालांकि, यह ऑनलाइन रैली भाजपा के एक महीने चलने वाले अभियान का हिस्सा है, जिसमें मोदी सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित किया जा रहा है। केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ पर यह आयोजन हो रहा है। संभावना है कि शाह आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर ध्यान केंद्रित रखेंगे।
बिहार में भाजपा का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोजपा के साथ गठबंधन है। बिहार भाजपा के नेताओं ने कहा है कि पार्टी ने शाह के भाषण को सुनने के वास्ते अपने कार्यकर्ताओं और लोगों के लिए 72,000 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर इंतजाम किया है।
महामारी में शाह की रैली बस राजनीतिक अवसरवादः तेजस्वी
गृहमंत्री अमित शाह की बिहार रैली को राजद नेता तेजस्वी यादव ने महामारी संकट के बीच एक राजनीतिक अवसरवाद करार दिया है। रैली से एक दिन पहले शनिवार को तेजस्वी यादव ने कहा, देश संकट में है लेकिन भाजपा बिहार में चुनावी बिगुल फूंकने की तैयारी में है। शाह की रैली सिफ एक अवसरवाद है। उन्होंने कहा, एनडीए चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के साथ सौतेला व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। राजद इसे आगामी विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में है।
तेजस्वी यादव ने उम्मीद जताई है कि सांविधानिक वर्चस्व और गरीब समर्थक समान विचारधारा वाले सभी दल राज्य की विभाजनकारी और विफल सरकार के खिलाफ एकजुट होंगी। साथ ही उन्होंने विपक्ष के दरार के दावों को खारिज करते हुए कहा कि किसी भी लोकतंत्र में विरोधाभासी विचारधारा होना स्वस्थ है। तेजस्वी का बयान राजद के गरीब अधिकार दिवस कार्यक्रम से एक दिन पहले आया है। राजद इसके जरिये प्रदेश में शाह की रैली पर पलटवार करने की तैयारी में है।
तेजस्वी ने कहा, केंद्र और राज्य दोनों जगह एनडीए सरकार लोगों के कल्याण में विफल रही है। उन्होंने कहा, लोगों की जिंदगी बचाना सरकार बनाने से ज्यादा जरूरी है। उन्होंने सवाल किया कि क्या रैली में अमित शाह प्रवासी मजदूरों के दर्द पर बात करेंगे? नीतीश इन मजदूरों की मुसीबतें कम करने में विफल रहे हैं।