पटना: पटना सिविल कोर्ट से जमानत मिलने के बाद राहुल गांधी काफिले के साथ डाक बंगला चौराहे से बेली रोड की ओर बढ़ रहे थे। घड़ी में दो बजकर बीस मिनट हो चुके थे। राहुल को भूख लगी। उन्होंने डोसा खाने की इच्छा जताई। इस घटनाक्रम से अनजान एस्कार्ट वाहन तब तक मौर्य लोक से आगे बढ़ चुके थे। तारामंडल से पहले अचानक गाड़ियों में ब्रेक लगते चले गए। गेट खोलकर राहुल बाहर निकले और पैदल ही बढ़ लिए मौर्य लोक की ओर। राहुल को सड़क पर देख भीड़ लग गई। वो बढ़ते हुए मौर्य लोक स्थित बंशी बिहार रेस्टोरेंट जा पहुंचे। साथ में शक्ति सिंह गोहिल, सांसद अखिलेश सिंह, विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा, विधायक अजीत शर्मा सहित कई अन्य लोग थे।
सामान्य जन की तरह रेस्टोरेंट में दाखिल हुए और एक टेबुल की ओर बढ़ गए। वहां बैठे लोग अचानक राहुल को अपने बीच देख चौंक गए। धड़ाधड़ मोबाइल के क्लिक बटन घनघनाने लगे। राहुल ने वहां ओनियन रवा मसाला डोसा आर्डर किया और साथ में कॉफी। इससे पहले उन्होंने एक टिन कोक ली। रेस्टोरेंट में पहले से मौजूद लोगों के लिए सीन बड़ा चौंकाने वाला था।
उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनके पास वाली टेबुल पर बैठकर राहुल गांधी डोसा खा रहे हैं। दरअसल ऐसा विदेशों में तो सामान्य है लेकिन यहां ऐसा नहीं होता। इधर, राहुल डोसा खाने और पार्टीजनों संग बिहार के राजनैतिक हालात पर चर्चा में व्यस्त थे, उधर रेस्टोरेंट के बाहर जुटी भीड़ को देख एसपीजी के जवानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच रही थीं।
राहुल बाहर निकले तो भीड़ में से जिंदाबाद और इस्तीफा वापस लेने के नारे गूंजने लगे। सबका अभिवादन स्वीकारते हुए राहुल गाड़ी में बैठ गए और काफिला एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया। वहां से एयर इंडिया की फ्लाइट से वे दिल्ली लौट गए।
जल्द मुजफ्फरपुर आएंगे
राहुल राहुल जब रेस्टोरेंट में बैठे तो उन्होंने बिहार के राजनैतिक घटनाक्रम की भी जानकारी ली। उन्होंने मुजफ्फरपुर में एईएस से हुई बच्चों की मौत के बारे में भी पूछा। कांग्रेसजनों ने उन्हें विस्तार से पूरे प्रकरण की जानकारी दी। विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने इस संबंध में विधान पर्षद में लाए गए कार्यस्थगन प्रस्ताव सहित अन्य जानकारी दी। राहुल गांधी से मुजफ्फरपुर जाने का भी आग्रह किया गया। जिसे स्वीकारते हुए उन्होंने शक्ति सिंह गोहिल से जल्द इसका कार्यक्रम बनाने के लिए कहा।