भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवर तड़के गणपति विसर्जन के दौरान नाव पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग लापता हैं। यह घटना सुबह करीब 4:30 बजे हुई जब काफी संख्या में लोग नाव पर सवार होकर खाटलपुरा घाट पर गणपति को विसर्जित करने के लिए जा रहे थे। घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य जारी है। एएसपी अखिल पटेल ने इस हादसे पर कहा कि नाव पर से 16 लोगों का रेस्क्यू किया है, जिनमें से पांच लोगों को बचाया गया है और हमने अब तक 11 शव बरामद किए हैं। हालांकि, तलाशी अभियान चल रहा है और हम अन्य लोगों को भी बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, केवल ये लोग ही यहां डूब गए थे, मगर हम अभी भी मामले में खोजबीन कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि “यह घटना सुबह लगभग 4:30 बजे हुई। अन्य अधिकारियों और पेशेवर तैराकों के साथ घटनास्थल पर कम से कम 40 पुलिस कर्मी मौजूद हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) की टीम भी मौके पर मौजूद है।
मौके पर मौजूद विधि मंत्री पी. सी. शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि नाव में एक पूरी उत्सव समिति के सदस्य सवार थे। वे जैसे ही बड़ी मूर्ति का विसर्जन करने लगे, नाव अचानक पलट गई। मरने वाले सभी 11 लोग नवयुवक थे। छह लोग बचा लिए गए हैं। स्थानीय खटलापुरा पर हुए हादसे में कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने सभी मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।
मौके पर मौजूद एसडीआरएफ सूत्रों ने गोताखोरों के हवाले से बताया कि करीब 20 फीट की गहराई पर दो नावें आपस में बंधी हुई उल्टी हालत में बरामद हुईं हैं। उन्हें क्रेन की मदद से निकाला जा रहा है। उन नावों में शेष लोगों के फंसे होने की आशंका हो सकती है। उन्होंने बताया कि झील में गहराई पर गणेश प्रतिमाएं, कीचड़ और बांस समेत अन्य अवशेषों के चलते गोताखोरों को शेष दो लोगों की तलाश में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।