भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इंदौर से विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा नगर निगम के कर्मचारी को बल्ले से पीटने के मामले में सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। विधायक आकाश के बयान कि 'आवेदन, निवेदन फिर दे दनादन' की बात पर शिवराज ने विषय बदलते हुए कहा कि आज वह सदस्यता के काम से महाराष्ट्र में थे, कल तेलंगाना में था।उन्होंने कहा कि आकाश ने अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया है, इसके अलावा मुझे कुछ नहीं कहना है। इससे पहले आज भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर से भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय की जमानत अर्जी को सत्र अदालत ने खारिज कर दिया है। विधायक को 11 जुलाई तक जेल में रहना होगा।
यह था मामला
इंदौर-3 से विधायक आकाश विजयवर्गीय ने बुधवार को बल्ले से एक निगम कर्मचारी की पिटाई कर दी थी। निगम अधिकारी एक जर्जर मकान को ढहाने के लिए पहुंचे थे। तभी आकाश से उनकी बहस हो गई और मामला इतना बढ़ गया कि उन्होंने बल्ले से कर्मचारी की पिटाई कर दी।
जिस मकान को लेकर विवाद हुआ था उसे ढहाने का आदेश पिछले साल शिवराज सरकार ने दिया था।