मुंबई: दशहरा के दिन मुंबई में शिवसेना के दोनों गुटों की तरफ से रैली का आयोजन किया गया है। शिवाजी पार्क में लोगों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि 'जो साजिश करे वो ही कटप्पा है। ठाकरे ने कहा कि अभी डॉक्टरों ने मुझे झुकने की अनुमति नहीं दी है, लेकिन मैं जनता के सामने नतमस्तक हुए बिना रह नहीं सकता हूं। उन्होंने कहा कि कहा जा रहा था कि शिवसेना का क्या होगा? यहां की भीड़ देखकर अब सवाल है गद्दारों का क्या होगा? सभी एकनिष्ठ जमा हुए हैं। हर साल की तरह इस बार भी रावण जलेगा। लेकिन इस बार रावण अलग है। ये खोखा सुर है। धोखा सुर है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिनको सब दिया वो धोखा देकर गए। जिन्हे मैने कुछ नही दिया वो हमारे साथ हैं। जब तक आपलोग हैं तब तक मैं शिवसेना का पार्टी प्रमुख हूं। ये आप लोग ही तय करेंगे कि मैं पार्टी प्रमुख रहूंगा। आप कहेंगे तो मैं छोड़ दूंगा। लेकिन इन गद्दारों के कहने पर नही छोड़ सकता। बीजेपी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मैं साफ कह रहा हूं कि बीजेपी ने धोखा दिया, इसलिए मैं अलग हुआ।
उन्होंने कहा, मै अपने माता पिता की शपथ लेकर कहता हूं कि आधे-आधे टर्म की बात हुई थी। लेकिन अब अमित शाह कह रहे हैं कि ऐसा कुछ नहीं हुआ था। उन्होंने सवाल किया कि आदमी की लालच कितनी होनी चाहिए? मंत्री पद दिया सब दिया अब शिवसेना भी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के नवाज शरीफ के जन्मदिन पर ना बुलाने पर भी जाने वाले हमको हिंदुत्व सिखाएंगे? उन्होंने कहा कि हिंदुत्व पर तो मैं बोलूंगा ही। लेकिन महंगाई पर भी बोलूंगा। श्रीराम हमारे दिल में हैं। अमित शाह पर निशाना साधते हुए महाराष्ट्र के पूर्व सीएम ने कहा कि अमित शाह मुझे जमीन दिखाने की बात कह रहे हैं। पाक व्याप्त कश्मीर की जमीन लेकर दिखाइए। चीन कब्जा कर रहा है उससे लेकर दिखाइए।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि सब रोजगार गुजरात जा रहा है। पुष्पा कहता है झुकेगा नही साला। ये लोग है कि उठेगा नही साला। इनकी सरकार को 100दिन पूरे होने है। 100 दिन में कितने बार दिल्ली गए हैं? कहते है हिंदुत्व छोड़ दिया है। क्या है हिंदुत्व? चलो इस चर्चा कर लेते हैं। सिर्फ माला जपने वाला हिंदू नहीं होता है। शिवसेना प्रमुख ने कहा था कि जो देशप्रेमी है वो मुसलमान भी है तो हमारा है। मेरा तो स्पष्ट मत है कि देश में अब लोकतंत्र बचेगा की नही ये सवाल उठने लगा है। एक पार्टी का मतलब तानाशाही। क्या आप इसके लिए तैयार हैं?
दत्तात्रय होसबले के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि मैं उनकी तारीफ करता हूं। देश में महंगाई पर बोलने का उन्होंने साहस किया। रूपया गिर रहा है। इस पर कौन बोलेगा? जब 2014 में मोदी सरकार आई थी तब रुपए की कीमत क्या थी? अब 80 के ऊपर गया है।
देवेंद्र फडणवीस को लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो कानून समझते हैं। वो सभ्य आदमी हैं। ये ताना नहीं है। वो कहते है कि मैं सिर्फ ताना मारता हूं। मैं तो आपकी तारीफ कर रहा हूं। कानून मुझे भी पता है। शिवसेना नेता ने कहा कि नवी मुंबई में एक पुलिस वाला शिवसेना के एक कार्यकर्ता को धमका रहा है। क्या ये कानून की बात है?