मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर आरोप लगाए हैं कि उनका अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन है। अंडरवर्ल्ड से नवाब मलिक ने करोड़ों की ज़मीन 30 लाख में खरीदी। इस पर अब महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने भी प्रतिक्रिया दी है। नवाब मलिक ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि दीवाली के बाद बम फोड़ूंगा, बम तो नहीं फूटा, लेकिन मैं कल अंडरवर्ल्ड का हाइड्रोजन बम जरूर फोड़ूंगा। मैं कल सुबह 10 बजे महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस का अंडरवर्ल्ड का क्या खेल है और उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए किस तरह से अंडरवर्ल्ड के जरिए पूरे शहर को होस्टेज बना रखा था, इसकी जानकारी दूंगा।
उन्होंने कहा, मेरा अंडरवर्ल्ड से कोई संबंध नहीं है। कुर्ला की जमीन पर एक हाउसिंग सोसाइटी है। आरोप वाली जमीन पर हम किराएदार थे। सलीम पटेल से जमीन ली गई थी। सरदार वली खान का घर उसी कंपाउंड में था। 62 साल के जीवन में ऐसे आरोप नहीं लगे। फडणवीस को जानकारी देने वाले कच्चे खिलाड़ी हैं। अगर आप कह मैंने किसी बम ब्लास्ट के दोषी से जमीन नहीं खरीदी। मेरे ऊपर गलत आरोप लगाए गए हैं।
इससे पूर्व देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर आरोप लगाए थे कि उनका अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन है। उन्होंने मुंबई धमाके के दोषी से काफी कम कीमत में जमीन खरीदी। नवाब मलिक के परिवार का संबंध अंडरवर्ल्ड से है। उन्होंने सवाल किया कि ऐसी कौन सी बात थी, जो मुंबई के गुनहगारों ने एलबीएस रोड पर तीन एकड़ जमीन आपको 30 लाख रुपये में दे दी? जबकि ये जमीन करोड़ों की थी। फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दो लोगों का नाम लिया। उन्होंने कहा कि सरदार शाह वली खान को 1993 बम ब्लास्ट केस में उम्रकैद हुई थी। उसने टाइगर मेमन की मदद की थी और बम कहां रखने इसकी रेकी भी की थी। टाइगर मेमन की गाड़ियों में आरडीएक्स भी उसी ने लोड करवाया था। दूसरा सलीम पटेल का जिक्र करते हुए वह बोले कि पटेल दाऊद इब्राहिम का आदमी था। वह हसीना पारकर का ड्राइवर और बॉडीगार्ड था। हसीना जब अरेस्ट हुई थीं तो सलीम पटेल भी अरेस्ट हुआ था। सरदार और सलीम पटेल ने जमीन बेची और नवाब मलिक के रिश्तेदार ने ये जमीन खरीदी। सारे सबूत मैं शरद पवार को दूंगा ताकि उन्हें पता चले कि उनके नेता क्या गुल खिला रहे हैं।
बता दें कि आर्यन खान ड्रग्स मामले में जांच अधिकारी समीर वानखेड़े पर नवाब मलिक लगातार हमले करते रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मीर वानखेड़े के पिता दलित थे और उन्होंने मुस्लिम महिला से शादी की थी। उसके बाद उन्होंने उसी धर्म का अनुसरण किया। इसके बावजूद उन्होंने अनुसूचित जाति के फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए नौकरी पाई। गरीब का हक मारा। हालांकि समीर वानखेड़े ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया।