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मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सूबे में लगातार कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर लॉकडाउन की चेतावनी दी है। उद्धव ठाकरे ने कई दिनों से कोरोना के 8,000 से अधिक मामले मिलने को लेकर कहा है कि वह लॉकडाउन तो नहीं लगाना चाहते हैं, लेकिन मजबूरी भी कोई चीज होती है। सीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मैं राज्य में लॉकडाउन नहीं लगाना चाहता हूं, लेकिन मजबूरी भी कोई चीज होती है।' इससे पहले फरवरी के मध्य में उद्धव ठाकरे ने कहा था कि यदि कोरोना के मामले नहीं थमते हैं तो वह लॉकडाउन लगाने का फैसला ले सकते हैं। इसके लिए उन्होंने राज्य की जनता से सावधानी बरतने की अपील की थी। 

उद्धव ठाकरे ने कहा था कि यदि कोरोना वायरस के बढ़ते मामले दो सप्ताह में न कम हुए तो फिर लॉकडाउन का फैसला लेना पड़ सकता है। हालांकि बीते एक सप्ताह से लगभग हर दिन करीब 8,000 नए केस सामने आए हैं। सोमवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 8,293 नए केस दर्ज किए। वहीं इस दौरान 3,753 लोग रिकवर हुए हैं और 62 मौतें हुई हैं।

 

राज्य में कोरोना संक्रमण से अब तक 52,154 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 20,24,704 लोग रिकवर भी हुए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण से रिकवरी की दर 93.95 पर्सेंट रही हैं। वहीं मृत्यु दर 2.42 पर्सेंट रहा है। बता दें कि इस बीच पूर्वोत्तर राज्य कोरोना मुक्त घोषित हो गया है। सूबे में शनिवार को कोरोना का कोई नया केस दर्ज नहीं किया गया और पहले से संक्रमित तीन मरीज भी ठीक हो गए।

उद्धव ठाकरे ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते केसों को लेकर कहा कि राज्य सरकार हालात की निगरानी कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को कोरोना से बचाव के लिए सभी जरूरी प्रोटोकॉल्स का पालन करना चाहिए। बता दें कि महाराष्ट्र के अलावा केरल, मध्य प्रदेश, पंजाब और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी कोरोना के बढ़ते मामलों ने चिंताओं में इजाफा किया है। पूरे देश में ही जनवरी में कोरोना के मामले प्रतिदिन 10,000 से कम हो गए थे, लेकिन फरवरी में एक बार फिर से इजाफा हुआ है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह कोरोना की दूसरी लहर के उभरने जैसा है और इस सीजन में एक बार फिर से सावधानियां बरतने की जरूरत है।

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