वडोदरा: रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को पाकिस्तान की इसके लिए आलोचना की कि उसने भारत द्वारा कई बार सबूत मुहैया कराने के बावजूद अपनी धरती से सक्रिय आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। सीतारमण ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म नहीं करना चाहता। भाजपा की वरिष्ठ नेता ने भारत की ओर से आतंकवादियों को लेकर सौंपे गए डोजियर पर पाकिस्तान द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने के बारे में पूछे जाने पर कहा, ''पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देने में दिलचस्पी रखता है। वह आतंकवाद को खत्म नहीं करना चाहता।"
उन्होंने कहा, ''न केवल इस सरकार ने, बल्कि पहले की सरकारों ने भी डोजियर के बाद डोजियर दिए हैं, साक्ष्य के बाद साक्ष्य दिये लेकिन पाकिस्तान ने उन पर कुछ नहीं किया।" उन्होंने पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा मुंबई में किये गए हमले के बारे में बात करते हुए कहा कि पड़ोसी देश की पहली अदालत ने भी अभी अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा चलाने का काम पूरा नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि केवल नरेंद्र मोदी सरकार ही आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दे सकती है।
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर पर किये गए हवाई हमले पर सवाल उठाकर सैनिकों का अपमान कर रही थीं। 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन जैशे मोहम्मद द्वारा दावा लिए जाने के बाद हवाई हमले किए गए थे। पुलवामा आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों का मनोबल ऊंचा है और लोगों के समर्थन ने उनके प्रेरणा स्तर को और भी बढ़ा दिया है। राफेल लड़ाकू विमान खरीद जिसमें कांग्रेस ने अनियमितताओं का आरोप लगाया है, उसको लेकर पूछे गए एक सवाल पर सीतारमण ने कहा कि इस सौदे में तय मानदंडों का पालन हुआ और इसे राष्ट्रीय हित में किया गया। उन्होंने दावा किया, ''बोफोर्स एक घोटाला था। राफेल नहीं। राफेल नया भारत बनाने और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए मोदी सरकार को वापस लाएगा।"