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मुंबई: शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले के लिए भारतीय वायु सेना की सराहना की। हालांकि, उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) प्रमुख मसूद अजहर को जब तक मार नहीं गिराया जाएगा तब तक पुलवामा हमले का बदला पूरा नहीं होगा। गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने मंगलवार तड़के नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तानी हिस्से में कई जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी शिविर पर हमला किया जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी और प्रशिक्षक मारे गये गये।

एक ट्वीट में राउत ने 'भारतीय वायु सेना के पायलटों की बहादुरी की सराहना की जिन्होंने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बना कर हमें गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा, ''हालांकि, जब तक जेईएम प्रमुख मसूद अजहर नहीं मारा जाता है हमारा बदला पूरा नहीं होगा। राउत राज्यसभा के सदस्य हैं जिनकी पार्टी केन्द्र और महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी है।

गौरतलब है कि भारतीय वायु सेना ने मंगलवार को तड़के सीमापार पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद के ठिकाने को निशाना बनाया जिसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए। इस अभियान में मारे गए आतंकियों में जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का बहनोई युसूफ अजहर शामिल है।

विदेश सचिव विजय गोखले ने नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि 12 दिन पहले पुलवामा हमले को अंजाम देने के बाद जैश ए मोहम्मद भारत में एक और आत्मघाती आतंकी हमला करने की साजिश रच रहा है और फिदायीन जिहादियों को इस काम के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस जानकारी के बाद सीमा के दूसरी ओर जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी शिविर पर गैर-सैन्य एकतरफा हमले किए गए।

गोखले ने बताया कि भारतीय वायु सेना के मंगलवार सुबह चलाये गए अभियान में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया गया। इस अभियान में बड़ी संख्या में जैश के आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए। इस शिविर का नेतृत्व मौलाना यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद गौरी कर रहा था, जो जैश प्रमुख मसूद अजहर का बहनोई था।

गोखले ने कहा कि हमने पाक को आतंकी हमले के सबूत कई बार दिए लेकिन पाकिस्तान ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की। यह ऐहतियातन उठाया गया कदम और गैर सैन्य कार्रवाई थी जिसका मकसद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था। हमने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाया जो घने जंगल में पहाड़ियों पर थे और नागरिक इलाकों से दूर थे।

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