नई दिल्ली: गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार पर संस्थानों को समाप्त कर देश को हुकुमतंत्र की तरफ ले जाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने लोकपाल गठन की मांग को लेकर 30 जनवरी से एक बार फिर अनशन की चेतावनी दी। इस संबंध में अन्ना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देशवासियों के साथ धोखाधड़ी कर रही है। इस कारण से मैं 30 जनवरी से रालेगणसिद्धी में अनशन कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि लोकपाल और लोकायुक्त जैसे महत्वपूर्ण कानून पर अमल नहीं होना और सरकार का बार-बार झूठ बोल वह बर्दाश्त नहीं कर सकते। इसलिए उन्होंने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि से आंदोलन करने का फैसला लिया है। अन्ना ने कहा कि हमारे देश में संविधान सबसे ऊपर है। सरकार संवैधानिक संस्थानों के निर्णयों का पालन नहीं कर रहीं है।
देश के लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया है।