मुंबई: राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना भाजपा उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन करेगी। शिवसेना ने यह फैसला पार्टी की बैठक के बाद लिया है। पार्टी सुप्रीम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोविंद एक बेहतर इंसान है और उनके नेतृत्व में देश आगे बढ़ेगा। शिवसेना के समर्थन के बाद अब कोविंद का राष्ट्रपति बनना लगभग तय है। इससे पहले शिवसेना ने कहा था कि बीजेपी ने कोविंद का नाम देकर राजनीति की है या नहीं, यह सवाल पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से पूछा जाना चाहिए। राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में सभी सांसद और राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली एवं पुडुचेरी विधानसभा के सदस्य शामिल होते हैं। इसका कुल योग 1098903 वोट आता है। इसमें प्रत्येक सांसद के वोट का मूल्य 708 होता है। विधायकों के वोट का मूल्य उस राज्य की आबादी पर निर्भर करता है जिसका वे प्रतिनिधित्व करते हैं। किसी उम्मीदवार को चुनाव में जीत हासिल करने के लिए 50 प्रतिशत मतों की जरूरत होती है जो 549452 होती है। शिवसेना के समर्थन के बाद एनडीए के मतों की संख्या 5,37,683 है। होती है।
बीजद, अन्नाद्रमुक के एक धड़े, वाईएसआर कांग्रेस और टीआरएस के भाजपा उम्मीदवार को समर्थन देने पर यह संख्या 883578 हो जाती है जो 50 प्रतिशत से काफी अधिक है।