मुंबई: महाराष्ट्र में महाड के निकट सावित्री और काल नदी पर 1928 में बना एक पुराना पुल 2 अगस्त, 2016 को भारी वर्षा के कारण ध्वस्त हो गया था। 35.77 करोड़ रुपये की लागत से 165 दिन के रिकॉर्ड समय में नए पुल का निर्माण कर दिया गया। सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने इस पुल के स्थान पर 6 महीने के भीतर नया पुल बनाने की घोषणा की थी। गडकरी की घोषणा का अनुपालन करते हुए इस परियोजना पर तेजी से काम किया गया और 35.77 करोड़ रुपये की लागत से वर्षा ऋतु प्रारंभ होने से पहले ही 165 दिन के रिकॉर्ड समय में नए पुल का निर्माण कर दिया गया। सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सोमवार को सावित्री नदी पर नव-निर्मित पुल का उद्घाटन करेंगे और इसे आम लोगों की आवाजाही के लिए खोलेंगे। नया पुल 16 मीटर चौड़ा और 239 मीटर लंबा है. इस पर फुटपाथ, बाढ़ चेतावनी प्रणाली और प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई हैय इसके निर्माण में जंगरोधी इस्पात का इस्तेमाल किया गया है। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र सरकार ने मुम्बई- गोवा हाइवे पर बने सावित्री नदी के पुल का उद्घाटन करने के लिए उद्धव ठाकरे के विदेश दौरे से लौटने तक न रुकने का फैसला लिया था।
मौजूदा स्थिति में इस इलाके में एक ही पुल के जरिए आवाजाही चल रही है, जो कई बार इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक जाम का कारण हो रही है। ऐसे में नए पुल के जल्द उद्घाटन की जरूरत थी। शिवसेना मुखपत्र के अनुसार- 6 जून को इस पुल का उद्घाटन करने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के समेत शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे हाजिर रहने वाले थे, लेकिन उद्धव ठाकरे की छु्ट्टियां आड़े आ गईं। उद्धव हर साल राजनीति को गुडबाय कहकर अपने परिवार समेत विदेश घूमने जाते हैं। इस बार उनकी छूट्टियां 12 जून के आसपास तक चलनेवाली हैं, जिस वजह से बने बनाये पुल का उद्घाटन 16 जून तक टालना पड़ सकता था, लेकिन अब ऐसा नहीं हुआ।