मुंबई: रामनवमी के दिन कैबिनेट की पहली बैठक में यूपी के किसानों की कर्जमाफी के सीएम आदित्यनाथ योगी के फैसले का शिवसेना ने तारीफ की है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दिखाया कि ऋण माफी केवल एक चुनावी जुमला नहीं था। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार में भागीदार शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने मंगलवार को राज्य में किसानों का ऋण माफ करने की मांग की। साथ ही उन्होंने योगी आदित्यनाथ को 2.15 करोड़ से अधिक किसानों के कुल 36,359 करोड़ रुपये का कर्ज माफ करने पर बधाई दी। महाराष्ट्र और केन्द्र दोनों में भाजपा की गठबंधन सहयोगी ठाकरे ने एक बयान में यहां कहा, योगी आदित्यनाथ ने ऋण माफ करके किसानों को राहत दिया है। मैं उन्हें तुरंत निर्णय लेने के लिए बधाई देता हूं। उन्होंने कहा, मैं (महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री) देवेंद्र फडणवीस से अपील करता हूं कि आदित्यनाथ के कदमों पर चलें और ऋण माफी की घोषणा करें। शिवसेना महाराष्ट्र और केंद्र दोनों स्थानों पर सरकार में भाजपा की सहयोगी है। उधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर सत्तारूढ़ भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि वादों को पूरा नहीं करना सत्तारूढ़ पार्टी की विशेषता है। पवार ने पनवेल में विपक्षी पार्टियों की एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, लोगों के वादे पूरा नहीं करना भाजपा की विशेषता है।
इस रैली के साथ विपक्ष की सप्ताह भर लंबी संघर्ष यात्रा खत्म हो गई। इस रैली का मकसद महाराष्ट्र में किसानों के लिए कर्ज माफी की मांग करना था। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अशोक चव्हाण ने कहा कि यात्रा भाजपा सरकार के खिलाफ संयुक्त आंदोलन की शुरुआत है और आने वाले दिनों में यह तेज होगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चंद्रपुर का दौरा किया, फिर भी एक किसान ने आत्महत्या कर ली। चव्हाण ने दावा किया कि इस किसान का शव पेड़ से आठ घंटे तक लटका रहा। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को राज्य के दो करोड से अधिक लघु एवं सीमांत किसानों का एक लाख रुपये तक का फसली कर्ज माफ करने का महत्वपूर्ण फैसला किया। इस फैसले से प्रदेश के राजकोष पर 36359 करोड रुपये का बोझ आएगा। कैबिनेट की पहली बैठक में राज्य के किसानों के हित में ये बडा फैसला किया गया जो विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र में प्रमुख मुद्दा था।