जयपुर: राजस्थान के अलवर जिले के थानागाजी इलाके में बीते दिनों पति के सामने ही सामूहिक दुष्कर्म की शिकारा बनी पीड़ित महिला को राजस्थान सरकार ने पुलिस में कॉन्स्टेबल के रूप में नियुक्त किया है। प्रदेश कैबिनेट ने मंगलवार को उनकी नियुक्ति को लेकर अपनी मंजूरी प्रदान कर दी। बताया जा रहा है कि जल्द ही पीड़िता को नियुक्ति पत्र सौंप दिया जाएगा और वह राजस्थान पुलिस में कार्यरत दिखेंगी।
गौरतलब है कि 26 अप्रैल को आरोपियों ने थानागाजी-अलवर रोड पर मोटरसाइकिल से जा रहे दंपति को रोका था और महिला के साथ उसके पति के सामने ही गैंगरेप किया था, जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महिला से मुलाकात कर उसे न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था। अलवर ग्रामीण के पुलिस उपाधीक्षक जगमोहन शर्मा ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता ने बृहस्पतिवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया। इस मामले में पुलिस ने सभी 6 आरोपियों के खिलाफ विशिष्ट न्यायाधीश एससी-एसटी कोर्ट, अलवर में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इनमें 5 आरोपी गैंगरेप के हैं, जबकि एक घटना का विडियो वायरल करने का आरोपी है।
भाजपा सांसद और केन्द्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने बताया, ''हमने पहले ही जिला कलेक्टर से लिखित में ज्ञापन देने का समय और स्वीकृति ले ली थी, लेकिन वह सीट पर उपलब्ध नहीं थे। यह गंभीर मामला है। लोग जानना चाहते हैं कि राज्य में लोकसभा चुनाव के दौरान किसने इस मामले को दबाने के निर्देश दिेये।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने कहा, ''यह वीभत्स अपराध है और राज्य सरकार पर कलंक है। मामले में समय पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। लोकसभा चुनाव में नुकसान को देखते हुए सरकार ने इस मामले को दबाने की कोशिश की है। जिन कांग्रेसी नेताओं ने मामले को दबाने के निर्देश दिये हैं, वे भी अपराधी हैं।
26 अप्रैल को आरोपियों ने थानागाजी-अलवर रोड पर मोटरसाइकिल से जा रहे दंपति को रोका और पति की पिटाई कर दी। उन्होंने पति के सामने ही महिला से कथित तौर पर दुष्कर्म किया। एक आरोपी ने उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। आरोपियों ने पीड़िता के पति को धन नहीं देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। इस संबंध में दो मई को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। पुलिस ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों में से एक आरोपी मुकेश ने घटना का वीडियो बनाया था।