जयपुर: राजस्थान के जयपुर में फिल्मकार संजय लीला भंसाली से मारपीट का मामला शांत हो चुका है। भंसाली ने फिल्म की शूटिंग भी राजस्थान में नहीं करने का फैसला कर लिया है। बावजूद इसके चित्तौड़गढ़ दुर्ग में स्थित रानी पद्मिनी के महल में लगे ऐतिहासिक दर्पणों (आइनों) को रविवारक को अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया है। चित्तौड़गढ़ जाने वाले पर्यटकों को गाइड इन आइनों के बारे में बताते थे कि तेरहवीं सदी में अलाउद्दीन खिलजी को इन्हीं आइनों के जरिये रानी पद्मिनी की झलक दिखालाई गई थी। उसके बाद ही वे रानी के रूप का दीवाना हो गया था। चित्तौड़गढ़ के पुलिस अधीक्षक प्रसन्ना ने बताया कि भारतीय पुरातत्व विभाग ने कोतवाली थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ पद्मिनी पैलेस में लगे तीन दर्पणों को तोड़ने की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। इधर, श्रीराजपूत करणी सेना के संयोजक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने कहा कि गाइड पर्यटकों को इन आइनों के बारे में गलत जानकारी देते थे। हमारे चित्तौड़गढ़ के कार्यकर्ताओं ने भारतीय पुरातत्व विभाग को एक ज्ञापन देकर इन आइनों के बारे में गलत जानकारी देने का हवाला देते हुए इन्हे हटाने की मांग संबंधी ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने कहा, कि जहां तक पद्मिनी पैलेस में लगे तीन आइनों को तोड़ने की बात है मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है।
बता दें कि बता दें कि फिल्मकार संजय लीला भंसाली 'पद्मावती' नाम से एक फिल्म बना रहे हैं, जिसे लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है. कुछ वक्त पहले राजस्थान के जयपुर में फिल्म की शूटिंग के दौरान करणी सेना ने फिल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट की और सेट को भी तोड़ दिया था। इस दल के लोगों ने फिल्म की कहानी से जुड़े एक तथ्य पर आपत्ति जताते हुए ये कदम उठाने का दावा किया था। ‘पद्मावती’ राजस्थानी पृष्ठभूमि की कहानी है. फिल्म में शाहिद कपूर पद्मावती के पति और राजपूत शासक राजा रतन सिंह की भूमिका में हैं। इसके अलावा इस फिल्म में रनवीर सिंह सल्तनत काल में दिल्ली के शासक अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका निभा रहे हैं, जिसे रानी पद्मावती से प्रेम हो गया था। फिल्म में पद्मावती की भूमिका दीपिका पादुकोण निभा रही हैं।