ताज़ा खबरें
केजरीवाल के खिलाफ कार्यवाही पर रोक से दिल्ली हाईकोर्ट का इंकार

पेरिस: पेरिस ओलंपिक में पुरूष सिंगल्स के कांस्य पदक की लड़ाई लड़ने उतरे भारत के युवा स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन कांस्य पदक से चूक गए। दुनिया के नंबर-7 खिलाड़ी के सामने शानदार शुरुआत करते हुए लक्ष्य सेन ने पहला गेम बहुत ही आसानी से 21-12 से जीत लिया। लेकिन अगले दोनों गेमों में हाथ में लगी चोट से खेल रहे लक्ष्य ने गलतियों पर गलतियां कीं। उनकी तरफ से बेजा गलतियों की भरमार रही। नतीजा यह रहा कि जि जिया को अगले दोनों गेम 21-16, 21-11 से जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई। और इस तरह से करोड़ों भारतीयों का लक्ष्य को कांस्य पदक जीतते देखने का सपना भी चूर हो गया।

पहला गेम भारतीय शटलर ने 21-13 से अपने नाम किया था। इसके बाद दूसरे गेम में एक वक्त लक्ष्य ने 8-2 की बढ़त बना ली थी। हालांकि, इसके बाद मलयेशियाई खिलाड़ी ने जबरदस्त वापसी की और 11-8 से बढ़त बनाने के बाद दूसरे गेम को 21-16 से अपने नाम किया।

पेरिस: अमेरिका के एथलीट नोआ लायल्स ने पुरुषों की 100 मीटर दौड़ जीत ली है। लायल्स ने जमैका के किशाने थॉम्पसन को पछाड़कर यह दौड़ जीती और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अमेरिका के फ्रेड केर्ली ने इस स्पर्धा का कांस्य पदक अपने नाम किया। टोक्यो ओलंपिक के चैंपियन इटली के जैकब लोमंट मार्सेल पांचवें स्थान पर रहे और अपने स्वर्ण पदक का बचाव नहीं कर सके।

जमैका के एथलीट को 0.5 सेकेंड से हराया

लायल्स जस्टिन गैटलिन के बाद पुरुषों की 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीतने वाले अमेरिका के पहले एथलीट हैं। गैटलिन ने 2004 एथेंस ओलंपिक में स्प्रिंट में स्वर्ण पदक जीता था। लायल्स ने 9.784 सेकेंड के अपने सर्वश्रेष्ठ समय के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया, जबकि दूसरे स्थान पर रहे थॉम्पसन ने 9.789 सेकेंड में रेस पूरी की और रजत पदक अपने नाम किया। लायल्स और थॉम्पसन के बीच महज 0.5 सेकेंड का फासला रहा। वहीं, कांस्य पदक जीतने वाले केर्ली ने 9.810 सेकेंड में दौड़ पूरी की और तीसरे स्थान पर रहे।

पेरिस: दिग्गज टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने पेरिस ओलंपिक 2024 में पुरुष एकल स्पर्धा में कार्लोस अल्कारेज को हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया। उन्होंने स्पेन के खिलाड़ी को 7-6 (3), 7-6 (2) से हराकर अपने ओलंपिक करियर में पहली बार स्वर्ण जीता। इसी के साथ वह गोल्डन स्लैम पूरा करने वाले टेनिस के इतिहास में पांचवें खिलाड़ी बन गए।

क्या होता है गोल्डन स्लैम?

जब कोई खिलाड़ी ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के साथ चार ग्रैंड स्लैम प्रतियोगिताओं (ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन, विंबलडन और यूएस ओपन) में भी जीतता है तब उसे गोल्डन स्लैम माना जाता है। जोकोविच के नाम भी गोल्डन स्लैम दर्ज हो गया। स्टेफी ग्राफ एक ही वर्ष (1988) में यह उपलब्धि हासिल करने वाली एकमात्र खिलाड़ी हैं। एकल और युगल दोनों में गोल्डन स्लैम हासिल करने वाली एकमात्र खिलाड़ी सेरेना विलियम्स हैं।

पेरिस: भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ पुरुष एकल वर्ग का सेमीफाइनल मुकाबला गंवा बैठे हैं। लक्ष्य ने मुकाबले की शानदार शुरुआत की थी, लेकिन एक्सेलसन दोनों ही गेम में इस भारतीय खिलाड़ी पर भारी पड़े और उन्होंने 22-20, 21-14 से लक्ष्य को हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया।

कांस्य पदक के लिए पूरा जोर लगाऊंगा: लक्ष्य

लक्ष्य भले ही सेमीफाइनल से बाहर हो गए फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सके, लेकिन उनके पास अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है। लक्ष्य पहले भारतीय पुरुष एकल खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलंपिक का सेमीफाइनल मैच खेला है। उनके पास इस मैच को जीतकर भारत के लिए पदक पक्का करने का मौका था, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके। अब लक्ष्य कांस्य पदक के लिए खेलेंगे। लक्ष्य का कांस्य पदक के लिए मलेशिया के सातवीं वरीयता प्राप्त जिया जी ली से सामना होगा। दोनों खिलाड़ियों के बीच कांस्य के लिए सोमवार को मुकाबला होगा।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख