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पेरिस: भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ पुरुष एकल वर्ग का सेमीफाइनल मुकाबला गंवा बैठे हैं। लक्ष्य ने मुकाबले की शानदार शुरुआत की थी, लेकिन एक्सेलसन दोनों ही गेम में इस भारतीय खिलाड़ी पर भारी पड़े और उन्होंने 22-20, 21-14 से लक्ष्य को हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया।

कांस्य पदक के लिए पूरा जोर लगाऊंगा: लक्ष्य

लक्ष्य भले ही सेमीफाइनल से बाहर हो गए फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर सके, लेकिन उनके पास अभी भी कांस्य पदक जीतने का मौका है। लक्ष्य पहले भारतीय पुरुष एकल खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलंपिक का सेमीफाइनल मैच खेला है। उनके पास इस मैच को जीतकर भारत के लिए पदक पक्का करने का मौका था, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके। अब लक्ष्य कांस्य पदक के लिए खेलेंगे। लक्ष्य का कांस्य पदक के लिए मलेशिया के सातवीं वरीयता प्राप्त जिया जी ली से सामना होगा। दोनों खिलाड़ियों के बीच कांस्य के लिए सोमवार को मुकाबला होगा।

लक्ष्य ने मुकाबला हारने के बाद कहा, यह बड़ा मैच था, लेकिन मुझे थोड़ा संभलकर खेलना था। मैंने दूसरे गेम में अच्छी शुरुआत की और बढ़त बनाई, लेकिन इसे बरकरार नहीं रख सका। शुरुआत से ही जैसा गेम चल रहा था एक्सेलसन आक्रमक होकर खेल रहे थे और मैं डिफेंस खेल रहा था। मुझे लगता है कि मुझे अटैकिंग होकर खेलना चाहिए था। मैं अब कांस्य पदक के लिए पूरा जोर लगाऊंगा। मुझे इस मैच से काफी उम्मीद है। दर्शकों ने मेरा काफी हौसला बढ़ाया और मेरे माता-पिता भी यहां हैं तो मुझे हिम्मत मिलती है। मुझे उम्मीद है कि जैसा सपोर्ट मुझे आज मिला वैसा ही दर्शकों से कल भी मिलेगा जब मैं कांस्य पदक के लिए उतरूंगा।

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