नई दिल्ली: रोहित शर्मा सपाट पिच पर रन जुटाने में असफल रहे, लेकिन उनके मुंबई के साथी खिलाड़ी कौस्तुभ पवार और सूर्यकुमार यादव ने आज यहां फिरोजशाह कोटला के अभ्यास मैच के दूसरे दिन न्यूजीलैंड को हतोत्साहित करते हुए शतकीय पारियां खेलीं। रोहित अनिरंतर फार्म के बावजूद न्यूजीलैंड सीरीज के लिये भारत की टेस्ट टीम में अपना स्थान बरकरार रखने में सफल रहे हैं लेकिन वह पहले टेस्ट के लिये अंतिम एकादश में दावा पेश करने में असफल रहे। सपाट पिच पर उनके मुंबई के साथियों पवार (228 गेंद में 100 रन), यादव (86 गेंद में 103 रन), सिद्धेश लाड (62 गेंद में नाबाद 86 रन) और अरमान जाफर (123 गेंद में 69 रन) ने अच्छा प्रदर्शन किया। मुंबई ने एक विकेट पर 29 रन से आगे खेलना शुरू किया और दूसरे दिन स्टंप तक उसने पांच विकेट गंवाकर 431 रन बना लिये। न्यूजीलैंड ने कल शुरूआती दिन सात विकेट पर 324 रन पर पारी घोषित की थी। आज मुंबई की टीम ने 90 ओवर में 4.46 की रन गति से कुल 402 रन जुटाये। मेहमान टीम के लिये आज का दिन काफी कठिन रहा, उनके गेंदबाजों ने धूप में मेहनत भी की और उन्हें ज्यादा सफलता भी नहीं मिली। तेज गेंदबाजों से भी सपाट पिच पर ज्यादा उम्मीद नहीं की जा रही थी लेकिन न्यूजीलैंड की स्पिन तिकड़ी सोढ़ी (132 रन देकर दो विकेट), मिशेल सैंटनर (71 रन देकर एक विकेट) और मार्क क्रेग (60 रन देकर कोई विकेट नहीं) का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा।
टेस्ट सीरीज को देखते हुए भारत के लिये एकमात्र निराशा रोहित का आउट होना रही, जो फार्म हासिल करने के लिये दलीप ट्राफी के फाइनल में भी खेले थे। रोहित जाफर का विकेट गिरने के बाद क्रीज पर उतरे, उन्हें पहला रन जुटाने में 10 गेंद लगी लेकिन उन्होंने स्टाइल से शुरूआत की और लेग स्पिनर सोढ़ी की गेंद पर स्ट्रेट हिट करते हुए छक्के के लिये भेजा। हालांकि यह उनकी 18 रन की संक्षिप्त पारी का एकमात्र अच्छा शाट रहा और वह सोढ़ी को हिट करने के प्रयास में स्टंप आउट हुए। इसके बाद यादव क्रीज पर पवार का साथ देने उतरे। यादव ने जीवनदान मिलने का पूरा फायदा उठाया। उन्हें तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट और नील वैगनर या तीन स्पिनरों की गेंदबाजी से कोई फर्क नहीं पड़ा। यादव के दबदबे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपना अर्धशतक और शतक छक्का लगाकर पूरा किया। उन्होंने अपनी पारी में आठ छक्के लगाये जिसमें से ज्यादातर मिड विकेट पर लगे और उनकी पारी में नौ चौके भी शामिल थे। पवार भी अपने छोर पर डटे रहे, इन दोनों ने चौथे विकेट के लिये 155 रन की भागीदारी निभायी। पवार शतक बनाने के बाद रिटायर आउट हुए। लाड क्रीज पर उतरे जिन्होंने भी आदित्य तारे (नाबाद 53 रन) के साथ बल्लेबाजी का लुत्फ उठाया। दिन का खेल समाप्त होने तक गेंदबाजों के थकने से कोटला पर छक्कों और चौकों की बरसात हो रही थी।