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पेरिस: भारतीय तीरंदाज अभिषेक वर्मा और ज्योति सुरेखा वेन्नम ने शनिवार (25 जून) को फ्रांस की राजधानी पेरिस में इतिहास रच दिया। विश्व कप के तीसरे चरण में कम्पाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में दोनों ने फ्रांस की अनुभवी जोड़ी जीन बौल्च और सोफी डोडेमोंट को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। कम्पाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा में भारत को पहली बार स्वर्ण पदक मिला है।

अभिषेक वर्मा और ज्योति सुरेखा ने मैच में शानदार शुरुआत की। दोनों ने जीन बौल्च और 48 वर्षीय ओलंपिक पदक विजेता सोफी डोडेमोंट पर दबाव बनाए रखा। अभिषेक और ज्योति ने 152-149 के अंतर से मैच को अपने नाम कर पीला तमगा हासिल कर लिया। भारत ने इस स्वर्ण पदक के साथ विश्व कप के तीसरे चरण में अपना खाता खोला।

ज्योति की बात करें तो उन्हें एशियाई खेलों के ट्रायल में नजरअंदाज कर दिया गया था। उन्होंने सात महीने से अधिक समय के बाद टीम में वापसी की। विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज यह तीरंदाज अभी एक और पदक की दौड़ में है। ज्योति व्यक्तिगत सेमीफाइनल में बीजिंग ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता फ्रांस की दिग्गज सोफी से भिड़ेंगी।

अभिषेक और ज्योति की भारतीय कम्पाउंड जोड़ी ने इससे पहले यांकटन में पिछले साल रजत पदक हासिल किया था। यह जोड़ी विश्व कप में कांस्य पदक भी जीत चुकी है। दूसरी ओर, महिला रिकर्व टीम ने भी कमाल का प्रदर्शन किया। दीपिका कुमार, अंकिता भक्त और सिमरनजीत कौर की तिकड़ी ने पदक पक्का किया। रविवार को महिला रिकर्व टीम फाइनल में खेलेगी।

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