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पेरिस: भारतीय रिकर्व महिला तीरंदाजों ने क्वालीफिकेशन में खराब प्रदर्शन के बाद गुरुवार को वापसी करते हुए यहां चल रहे वर्ल्ड कप के तीसरे राउंड के फाइनल में जगह बनाकर अपना पहला मेडल पक्का किया। एक दिन पहले क्वालीफिकेशन दौर में सभी महिला तीरंदाज टॉप 30 से बाहर रही थीं, जिससे उन्हें 13वीं वरीयता मिली थी।

लेकिन दीपिका कुमारी, अंकिता भगत और सिमरनजीत कौर की तिकड़ी ने फाइनल में पहुंचने के सफर में यूक्रेन, ब्रिटेन और तुर्की को हराया। अब रविवार को फाइनल में उनका सामना चीनी ताइपे से होगा। भारतीय महिला रिकर्व तिकड़ी ने सबसे पहले चौथी वरीय यूक्रेन को 5-1 (57-53 57-54 55-55) से हराकर बाहर किया।

फिर क्वार्टरफाइनल में ब्रिटेन के खिलाफ उन्होंने महज चार अंक गंवाए और अपने प्रतिद्वंद्वियों को 6-0 (59-51 59-51 58-50) से मात दी।

सेमीफाइनल में हालांकि उनकी शुरुआत धीमी रही लेकिन भारत ने आठवीं वरीय तुर्की की गुलनाज कोस्कुन, एज्गी बसारण और यासमिन अनागोज की तिकड़ी को 5-3 (56-51 57-56 54-55 55-55) से पराजित कर दिया।

भाग्य ने भी भारतीय महिला टीम का साथ दिया कि उन्हें शीर्ष वरीय कोरियाई टीम से नहीं भिड़ना पड़ा क्योंकि उसे आठवीं वरीय तुर्की ने क्वार्टरफाइनल में हराकर उलटफेर किया था। रविवार को भारतीय तिकड़ी का सामना तीसरी वरीय चीनी ताइपे से होगा जिसमें रियो ओलंपिक टीम की कांस्य पदक विजेता लेई चिएन यिंग भी शामिल हैं। पुरुषों की भारतीय रिकर्व टीम पहले दौर में स्विट्जरलैंड से हारकर बाहर हो गई, जिन्हें प्री क्वार्टरफाइनल में बाई मिला था। आठवीं वरीयता प्राप्त भारतीय तिकड़ी को फ्लोरियान फाबेर, केजिया चाबिन और थॉमस रूफर से शूटऑफ के बाद हुए टाई में 4-5 (53-57 58-54 49-53 58-50) (25-25) से हार मिली।

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