ताज़ा खबरें
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

हरारे: ओपनर लोकेश राहुल ने पहले ही अंतरराष्ट्रीय मैच में नाबाद शतक जमाकर जिम्बाब्वे के खिलाफ पहले एक दिवसीय क्रिकेट मैच में भारत को शनिवार को नौ विकेट से जीत दिलाई। भारत ने 169 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 42.3 ओवर में जीत दर्ज की। पहला पहला वनडे खेल रहे राहुल ने हैमिल्टन मसाकाजा को डीप मिडविकेट पर छक्का जड़कर अपना शतक पूरा किया जबकि भारत को जीत के लिये दो रन की ही जरूरत थी। अंबाती रायुडू (नाबाद 62) ने उनका बखूबी साथ निभाते हुए दूसरे विकेट के लिए 38 ओवर में 162 रन की साझेदारी की। राहुल जब 87 रन पर थे तब उन्होंने पहले मैच में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का राबिन उथप्पा का रिकार्ड तोड़ा। उथप्पा ने 2006 में इंदौर में इंग्लैंड के खिलाफ यह रन बनाए थे। मैच की शुरुआत से ही महेंद्र सिंह धौनी की टीम ने पूरा नियंत्रण बना रखा था। जसप्रीत बुमरा ने 28 रन देकर चार विकेट लिए जबकि धवल कुलकर्णी और बरिंदर सरन ने दो-दो विकेट चटकाए। राहुल ने 115 गेंद की अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का जड़ा। वहीं रायुडू ने 120 गेंद खेलकर अपनी पारी में पांच चौके जमाए। रायुडू का यह छठा वनडे अर्धशतक है। उन्होंने अपनी पारी के दौरान 1000 वनडे रन भी पूरे कर लिए और 29 पारियों में वह इस आंकड़े तक पहुंचे। राहुल ने पदार्पण मैच में जहां शतक जमाया, वहीं करुण नायर (7) कोई कमाल नहीं कर सके। टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ शतक जमा चुके राहुल ने कुछ बेहतरन शाट खेले।

इससे पहले भारतीय तेज गेंदबाजों ने मेजबान जिम्बाब्वे को सिर्फ 168 रन पर आउट कर दिया। सीनियर खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी में युवा टीम भारतीय की अगुवाई कर रहे भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने टॉस जीतकर जिम्बाब्वे को बल्लेबाजी के लिए उतारा। लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल और बल्लेबाज करूण नायर ने भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया जबकि लोकेश राहुल को पहली बार अंतिम एकादश में मौका दिया गया। जिम्बाब्वे के बल्लेबाज भारतीय तेज आक्रमण के सामने जूझते नजर आए। आईपीएल में चमके सरन ने पहली गेंद से ही उम्दा प्रदर्शन किया। उसने चामू चिभाभा को पहली गेंद पर ही पगबाधा आउट कर दिया था लेकिन अंपायर ने बल्लेबाज के पक्ष में फैसला सुनाया। सरन को हालांकि विकेट के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ा। चिभाभा के सलामी जोड़ीदार पीटर मूर उनकी इनस्विंगर पर पगबाधा आउट हुए। बल्लेबाजों को रन बनाने में काफी दिक्कतें पेश आई। कुलकर्णी ने अनुभवी हैमिल्टन मसाकाजा को विकेट के पीछे लपकवाया। इस समय जिम्बाब्वे का स्कोर नौवें ओवर में दो विकेट पर 30 रन था। गेंदबाजी में पहले बदलाव के बाद आए बुमरा ने चिभाभा (13) और वुसी सिबांडा को आउट किया। स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ जिम्बाब्वे टीम सहज लगी लेकिन भारतीय स्पिनरों ने भी किफायती ओवर डाले। अक्षर पटेल ने क्रेग इरविन को आउट किया। उस समय जिम्बाब्वे का स्कोर 24 ओवर में पांच विकेट पर 77 रन था। चिगुंबुरा और सिकंदर रजा (23) अगर छठे विकेट के लिए 38 रन नहीं जोड़ते तो जिम्बाब्वे का स्कोर 150 रन के पार नहीं जा पाता। चहल ने वनडे क्रिकेट में पदार्पण के साथ ही उम्दा गेंदबाजी की। उसे विकेट के लिए 10वें ओवर तक इंतजार करना पड़ा। उसने दसवें ओवर में रिचमंड मुतुंबामी का विकेट लिया। हरफनमौला चिगुंबुरा दूसरे छोर पर विकेटों का पतन देखते रहे। वह भाग्यशाली भी रहे कि 48वें ओवर में बुमरा की उस गेंद पर आउट हुए जो नोबाल थी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख