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मुंबई: सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को 24 मई से 6 जून तक होने वाले टूर्नामेंट के लिए वेस्ट जोन अंडर-16 क्रिकेट टीम में शामिल कर लिया गया है। यह टीम हुबली में आयोजित इंटर जोनल टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही है। टीम के कप्तान ओ.एम भोसले होंगे। ये खबर आजकल सुर्खियों में इसलिए बनी हुई है क्योंकि टीम में प्रणव धनावड़े की जगह सचिन के बेटे को मिली। आपको याद दिला दें कि प्रणव वहीं हैं जिसने जनवरी में स्कूली क्रिकेट में 1009 रन की पारी खेली थी। प्रणव के पिता ऑटो चलाते हैं। प्रणव जैसी प्रतिभा का न चुना जाना सोशल मीडिया पर बहस का मुद्दा बन गया है। प्रणव अपनी इस रिकॉर्ड पारी से इंटरनेशनल लेवल पर फेमस हो गए थे। सचिन ने खुद खुद प्रणव को अपने ऑटोग्राफ वाला बैट गिफ्ट किया था। सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर प्रणव एक स्टार किड अर्जुन से हार गया। नॉर्थ जोन के खिलाफ खेले गए मैच में अर्जुन का गेंद और बल्ले दोनों से प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। अर्जुन पहली पारी में बिना रन बनाए बोल्ड हो गए। जबकि 12 ओवर में 52 रन देकर सिर्फ एक ही विकेट ले सके। दूसरी पारी में भी स्कोर में कोई योगदान नहीं दे सके। इसके बाद चयन पर सवाल खड़े होना लाजिमी है। पहले भी अर्जुन के चयन को लेकर विवाद की स्थिति बन चुकी है। 2014 में जब उनका चयन मुंबई की अंडर-14 टीम में हुआ था, तब भी यही कहा गया था कि सचिन के बेटे होने का उन्हें फायदा मिला।

मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने अगले 5 साल तक हर महीने 10 हजार रुपए की स्कॉलरशिप देने का फैसला किया था। एयर इंडिया ने भी कहा था कि वो प्रणव को अपनी टीम में शामिल करेंगे। उस समय ऐसा लग रहा था कि हजारों में एक इस खिलाड़ी को घरेलू क्रिकेट खेलने का मौका जल्द ही मिलेगा।

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