बैंगलोर: आईपीएल का फाइनल मुकाबला बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला गया। 209 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम 20 ओवर में 7 विकेट पर 200 रन ही बना पाई और 8 रन से खिताब गंवा दिया। सनराइजर्स हैदराबाद ने टीम के रूप में पहली बार और शहर के रूप में दूसरी बार इस ट्राफी पर कब्जा किया। गौरतलब है कि इस शहर से पहले डेक्कन चार्जर्स टीम खेलती थी, जिसने 2009 में यह ट्रॉफी जीती थी। बैंगलोर की टीम तीसरी बार आईपीएल फाइनल खेली, लेकिन एक बार भी नहीं जीत पाई है, जबकि सनराइजर्स हैदराबाद टीम पहली बार फाइनल खेलने उतरी और जीत दर्ज की। इससे पहले विराट की टीम बैंगलोर 2009 और 2011 में भी खिताब हासिल करने से चूक गई थी। विराट की टीम बैंगलोर की ओर से गेल ने सबसे अधिक 38 गेंदों में 76 रन बनाए, जबकि खुद कोहली ने 35 गेंदों में 54 रन बनाए, लेकिन उनकी पारियां जीत के लिए काफी नहीं रहीं। हैदराबाद की ओर से बेन कटिंग ने 4 ओवर में 35 रन देकर दो विकेट लिए, जबकि स्पिनर बिपुल शर्मा ने 2 ओवर में 17 रन देकर एक विकेट लिया। भुवनेश्वर कुमार को कोई विकेट नहीं मिला, लेकिन उन्होंने 4 ओवर में महज 25 रन (इकोनॉमी 6.25) दिए।
स्ट्रेटिजिक टाइम आउट के बाद 16वें ओवर में बेन कटिंग की गेंद पर केएल राहुल क्लीन बोल्ड हो गए। इस ओवर में मात्र 4 रन बने। 17वें ओवर में विराट की उम्मीदों को एक और बड़ा झटका लगा, जब शेन वॉटसन बल्ले से कुछ खास नहीं कर सके और 9 गेंदों में 11 रन बनाकर चलते बने। उन्हें मुस्तफिजुर की गेंद पर हेनरिक्स ने लपका। इसी ओवर की आखिरी गेंद पर स्टुअर्ट बिन्नी ने छक्का जमा दिया। इसमें कुल 10 रन बने। 18वें ओवर में भुवनेश्वर ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और कसी हुई गेंदबाजी की। इस ओवर में 7 रन आए। 19वें ओवर में मुस्तफिजुर की पहली ही गेंद पर स्टुअर्ट बिन्नी रनआउट हो गए। उन्होंने लॉन्ग-ऑन पर शॉट खेला और दूसरे रन के लिए भी दौड़ पड़े, लेकिन क्रीज से पीछे रह गए। इसी ओवर की आखिरी गेंद पर सचिन बेबी ने छक्का लगा दिया। इसमें 12 रन आए। 20वें ओवर में 18 रन चाहिए थे, लेकिन भुवनेश्वर कुमार की फुलटॉस गेंद को क्रिस जॉर्डन ने ेक रन के लिए खेल दिया। इसके बाद सचिन बेबी भी मिसटाइम कर गए और 2 रन लिए। फिर अगली गेंद पर जॉर्डन रनआउट हो गए। आखिरी गेंद पर अब्दुल्ला ने चौका लगाया, लेकिन बैंगलोर टीम 8 रन से पीछे रह गई और हैदराबाद ने टॉफी पर कब्जा कर लिया। बैंगलोर- 200/7. हैदराबाद को पहली सफलता 11वें ओवर में क्रिस गेल के रूप में मिली। वह 38 गेंदों में 76 रन (4 चौके, 8 छक्के) बनाकर आउट हुए। उन्हें बेन कटिंग ने बिपुल शर्मा के हाथों कैच कराया। इससे पहले इसी ओवर में मुस्तफिजुर ने शॉर्ट थर्डमैन पर कोहली का मुश्किल कैच छोड़ दिया। इस ओवर में 8 रन आए। 12वें ओवर में बिपुल शर्मा की गेंदों पर 9 रन बने। कोहली ने एक चौका लगाया। 13वें ओवर में कोहली ने बरिंदर सरां की दूसरी गेंद को छक्के के लिए खेलकर अपनी फिफ्टी पूरी की। इसी ओवर की पांचवीं गेंद पर सरां ने कोहली को बोल्ड कर दिया और कोहली बैट जमीन पर पटकते हुए पैवेलियन लौट गए। कोहली ने 35 गेंदों में 54 रन बनाए, जिसमें 5 चौके और 2 छक्के लगाए। 14वें ओवर में बैंगलोर एक और बड़ा झटका लगा, जब डिविलियर्स 6 गेंदों में 5 रन बनाकर स्पिनर बिपुल शर्मा की गेंद पर हेनरिक्स को कैच दे बैठे। इस ओवर में 8 रन बने। 15वें ओवर में शेन वॉटसन ने हेनरिक्स को छक्का लगा दिया। इस ओवर में 9 रन आए। बैंगलोर- 158/3. गेंदबाजों की पिटाई होते देख डेविड वॉर्नर ने अपने मुख्य गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को गेंद थमाई और उन्होंने कसी हुई गेंदबाजी करते हुए मात्र 4 रन दिए। सातवें ओवर में गेल ने हेनरिक्स को निशाने पर लिया और पहली ही गेंद पर लॉन्ग-ऑन में छक्का लगा दिया। इसी ओवर में गेल ने 25 गेंदों में अपनी फिफ्टी पूरी कर ली। आठवें ओवर में बेन कटिंग की गेंदों पर 10 रन बने, जिसमें गेल का एक छक्का शामिल है। नौवें ओवर में हेनरिक्स की पहली ही गेंद पर कोहली ने चौका लगाया, इसके बाद गेल ने दो छक्के और एक चौका जड़ दिया और स्कोर को 100 रन तक पहुंचा दिया। मुस्तफिजुर रहमान ने 10वां ओवर किया, जिसमें पहली गेंद पर कोहली ने चौका और दूसरी पर छक्का लगा दिया। इसमें 12 रन बने। बैंगलोर- 112/0. 209 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा बैंगलोर ने उसी अंदाज में किया, जैसी उम्मीद थी। पहले दोओवरों में विराट कोहली और क्रिस गेल की ओपनिंग जोड़ी ने 18 रन ठोक दिए, जिसमें गेल का एक छक्का और कोहली का चौका शामिल रहा। तीसरे ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने 8 रन दिए, जिसमें गेल ने एक चौका लगाया। चौथे ओवर में गेल ने रौद्र रूप दिखाया और बरिंदर सरां की गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाकर 16 रन बटोर लिए। गेल ने पांचवें ओवर में भी आक्रामक खेल जारी रखा और बेन कटिंग की तीसरी गेंद पर छक्का और चौथी पर चौका ठोक दिया। इस ओवर में 13 रन आए। बैंगलोर- 55/0. टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए हैदराबाद ने 20 ओवर में 7 विकेट पर 208 रन बनाए। कप्तान डेविड वॉर्नर 38 गेंदों में 69 रन (8 चौके, 3 छक्के) की तूफानी पारी खेलकर आउट हुए, जबकि युवराज सिंह ने 23 गेंदों में 38 रन (4 चौके, 2 छक्के) बनाकर आउट हुए, वहीं बेन कटिंग स्लॉग ओवरों में 15 गेंदों में 39 रन (3 चौके, 4 छक्के) ठोक कर नाबाद लौटे। बैंगलोर की ओर से एस अरविंद ने 4 ओवर में 30 रन देकर 2 विकेट, जबकि क्रिस जॉर्डन ने 4 ओवर में 45 रन देकर 3 विकेट लिए। वॉर्नर के आउट होने के बाद आए दीपक हुड्डा (3) ने युवी का ज्यादा देर तक साथ नहीं दिया और 22 रन की साझेदारी करके चलते बने। उन्हें 16वें ओवर की अंतिम गेंद पर अरविंद ने कोहली से कैच कराया। अब हैदराबाद को युवी से उम्मीद थी, लेकिन वह 17वें ओवर में जॉर्डन की पहली लीगल गेंद पर शेन वॉटसन को कैच दे बैठे। युवराज ने 23 गेंदों में 38 रनों की आक्रामक पारी खेली, जिसमें 4 चौके और 2 छक्के लगाए। इसके बाद नमन ओझा (7) कुछ खास नहीं कर सके और 18वें ओवर में शेन वॉटसन की गेंद पर रनआउट हो गए। हालांकि बेन कटिंग ने आते ही वॉटसन की तीसरी गेंद पर छक्का और पांचवीं गेंद पर चौका जड़ दिया। क्रिस जॉर्डन ने 19वें ओवर में बिपुल शर्मा (5 रन) के रूप में बैंगलोर को सातवीं सफलता दिलाई। हालांकि उन्होंने इस ओवर में 16 रन खर्च कर दिए। 20वें ओवर में वॉटसन की पहली ही गेंद पर बेन कटिंग ने चौका, फिर लगातार दो छक्के जड़ दिए। इसके बाद अंतिम गेंद पर फिर छक्का लगाकर टीम का स्कोर 208 तक पहुंचा दिया। हैदराबाद-208/7. हेनरिक्स के आउट होने के बाद युवराजा सिंह आए और 11वें ओवर में 5 रन बनाए, जिसमें एक चौका शामिल रहा, वहीं वॉर्नर को केवल एक ही गेंद खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने एक रन लिया। 12वें ओवर में जॉर्डन की गेंदों पर युवी ने एक चौका और एक छक्का उड़ा दिया। इस ओवर में 13 रन बने। 13वें ओवर में चहल की गेंदों के आगे युवराज संघर्ष करते दिखे और तीन रन ही ले पाए। एक रन वॉर्नर ने बनाया। कोहली ने रनगति तेज होती देख, 14वें ओवर में एस अरविंद को आक्रमण पर लगाया। उनकी दूसरी गेंद पर वॉर्नर ने चौका लगाया, लेकिन अरविंद ने अगली गेंद पर पलटवार किया और वॉर्नर को इकबाल अब्दुल्ला के हाथों शॉर्ट थर्डमैन पर कैच कराकर अहम सफलता हासिल कर ली। वॉर्नर ने 38 गेंदों में 69 रन बनाए, जिनमें 8 चौके और 3 छक्के लगाए। वॉर्नर-युवी के बीच 28 रन की साझेदारी हुई। वॉर्नर के आउट होने के बाद भी युवराज नहीं रुके और 15वें ओवर में चहल की तीसरी और चौथी गेंद पर छक्का (लॉन्ग ऑफ पर) और चौका (लॉन्ग ऑफ और डीप कवर के बीच) लगा दिया। इस ओवर में 13 रन बने। हैदराबाद-140/3. 6 से 10 ओवर : धवन आउट, वॉर्नर की फिफ्टी छठे ओवर में गेल की गेंदों पर धवन ने जहां एक चौका जमाया, वहीं वॉर्नर ने शानदार छक्का जड़ा। इस ओवर में हैदराबाद ने 13 रन जोड़े। धवन और वॉर्नर के बीच 63 रन की साझेदारी हुई थी, कि सातवें ओवर में युजवेंद्र चहल ने धवन को अपने जाल में फंसा लिया और वह बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में स्क्वेयर लेग पर क्रिस जॉर्डन द्वारा लपक लिए गए। धवन ने 25 गेंदों में 28 रन (3 चौके, एक छक्का) बनाए। आठवें ओवर में इकबाल अब्दुल्ला की तीसरी गेंद पर वॉर्नर ने छक्का उड़ा दिया। इसमें 10 रन आए। नौवें ओवर में चहल की गेंदों पर वॉर्नर ने दो चौके जड़कर 24 गेंदों में अपनी फिफ्टी पूरी की। इस ओवर में 13 रन बने। दसवें ओवर में वॉर्नर ने तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन का भी नहीं बख्शा और आते ही लगातार दो चौकों से उनका स्वागत किया, हालांकि पांचवीं गेंद पर हेनरिक्स (4) आउट हो गए। उन्हें युजवेंद्र चहल ने शॉर्ट फाइन लेग पर लपका। हैदराबाद-97/2. टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए सनराइजर्स हैदराबाद ने सधी हुई शुरुआत की। शिखर धवन ने पहले ओवर में एस अरविंद की पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर स्कोर 7 रन तक पहुंचाया। कोहली ने दूसरा ओवर क्रिस गेल से कराया। उन्हें इसका फायदा भी हुआ, लेकिन गेल ने धवन का रिटर्न कैच टपका दिया। उस समय टीम का स्कोर 11 रन था और धवन का निजी स्कोर 6 था। तीसरे ओवर में वॉर्नर ने अरविंद की गेदों पर लगातार दो चौके जड़ दिए। इस ओवर में 9 रन बने। चौथे ओवर में 5 रन बने, जिनमें धवन का एक चौका शामिल रहा। पांचवें ओवर में शेन वॉटसन ने बॉलिंग की कमान संभाली, लेकिन वॉर्नर ने उनका स्वागत छक्के से किया। फिर उन्होंने सिंगल लेकर स्ट्राइक धवन को दी। धवन भी पीछे नहीं रहे और उन्होंने भी वॉटसन को छक्के के लिए भेज दिया। वॉर्नर ने इसी ओवर में एक चौका भी जमाया और कुल 19 रन बटोर लिए। हैदराबाद-46/0.