नई दिल्ली: भारतीय जांच एजेंसियां पूर्व आईपीएल अध्यक्ष ललित मोदी के खिलाफ इंटरपोल का बहु विलंबित गिरफ्तारी वारंट हासिल करने के लिए ताजा प्रयास करेंगी। एजेंसियों ने यह कदम तब उठाया है जब चेन्नई पुलिस ने हाल में कहा कि वह ललित और अन्य के खिलाफ आपराधिक जांच पर सक्रियता से काम कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि चेन्नई पुलिस की अपराध शाखा के जांच अधिकारी ने वित्त मंत्रालय और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सूचित किया है कि इसने 2010 में पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन की शिकायत पर वित्तीय अनियमतिताओं के आरोपों में ललित तथा सात अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी जिस पर जांच चल रही है और सबूत जुटाए जा रहे हैं। यह संभावना है कि चेन्नई पुलिस का जांच अधिकारी मामले में ललित की मौजूदगी मांगने के लिए स्थानीय अदालत से संपर्क करेगा जैसे कि प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन मामले की जांच में किया है। वर्ष 2010 में दर्ज यह प्राथमिकी 2012 में प्रवर्तन निदेशालय के लिए ललित मोदी के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज करने का आधार बनी थी। मामला दर्ज करने के बाद धन शोधन रोधी एजेंसी ने इंटरपोल से ललित के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय रेड कॉर्नर नोटिस और गिरफ्तारी वारंट जारी करने को कहा था।
सूत्रों ने बताया कि एजेंसियां फिर से प्रयास करेंगी जिससे कि ललित मोदी प्रवर्तन निदेशालय और चेन्नई पुलिस द्वारा की जा रही जांच में शामिल हो सकें। केंद्र सरकार ने हाल में संपन्न हुए संसद सत्र में कहा था कि वह ललित के खिलाफ धन शोधन मामले के संबंध में इंटरपोल द्वारा उठाए गए सवालों का उत्तर देने के क्रम में चेन्नई पुलिस से जांच की स्थिति रिपोर्ट मिलने की प्रतीक्षा कर रही है। वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने ललित के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने के लिए इंटरपोल से किए गए आग्रह के संबंध में एक सवाल के जवाब में कहा था, ‘आयोग ने इंटरपोल फाइलों के नियंत्रण को लेकर कुछ सवाल उठाए हैं।’ उन्होंने लिखित उत्तर में कहा था कि चेन्नई पुलिस को पत्र भेजकर मामले में जांच की स्थिति रिपोर्ट मांगी गई है।